एनएचएआइ ने रांची से रडग़ांव खंड का निकाला टेंडर, 27 नवंबर को खुलेगा
रांची-महुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग के रांची-रडग़ांव खंड 77.300 किलोमीटर लंबे फोरलेन का निर्माण 393 करोड़ 14 लाख रुपये से होगा।
जमशेदपुर (मुजतबा हैदर रिजवी)। रांची-महुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 के रांची-रडग़ांव खंड 77.300 किलोमीटर लंबे फोरलेन का निर्माण 393 करोड़ 14 लाख रुपये से होगा। डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पहले ही तैयार की जा चुकी है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के दिल्ली हेडक्वार्टर ने इसका टेंडर जारी कर दिया है। टेंडर डालने की आखिरी तारीख 26 नवंबर है। 27 नवंबर को टेंडर खोला जाएगा।
इसका निर्माण कार्य 548 दिन यानी डेढ़ साल के भीतर जून, 2019 तक पूरा करना है। रांची-महुलिया एनएच 33 काफी बदहाल हो चुका है। एनएचएआइ ने 2012 में एनएच 33 को फोरलेन बनाने का काम मधुकॉन को दिया था। उसे जून 2015 में काम पूरा करना था। लेकिन, कंपनी ने फरवरी 2018 तक काम पूरा नहीं किया। अब एनएचएआइ एनएच 33 के निर्माण का नए सिरे से टेंडर कर रहा है।
चार खंड में बांटा गया है एनएच
जर्जर और जानलेवा गड्ढों से लैस एनएच 33 को फोरलेन बनाने के लिए एनएचएआइ ने इसे चार खंड में बांटा है। इनमें रांची ङ्क्षरग रोड के अलावा रांची-रडग़ांव (77) किमी, रडग़ांव-चिलगू (42) किमी और चिलगू-महुलिया (44) किमी खंड हैं। हर खंड का निर्माण अलग कंपनियों को दिया जाएगा ताकि काम की गुणवत्ता बनी रहे और समय-सीमा में काम पूरा हो जाए।
दो खंड का टेंडर निकलना बाकी
इसके आखिरी खंड चिलगू से महुलिया तक 391 करोड़ 87 लाख रुपये की लागत से 44 किलोमीटर लंबे एनएच 33 के निर्माण का टेंडर पहले ही निकल चुका है। ये टेंडर नौ नवंबर को खुलेगा। अब रांची से रडग़ांव खंड का टेंडर निकलने के बाद अब एनएच 33 के दो खंड का ही टेंडर निकलना बाकी है। इन बचे दो खंड रांची ङ्क्षरग रोड व रडग़ांव-चिलगू में भी एनएचएआइ के इंजीनियर काम का आकलन कर रहे हैं। डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी। डीपीआर बनने के बाद इन बचे दो खंड का भी टेंडर निकाल दिया जाएगा।