Tata Steel: टाटा स्टील का अप्रैल-जून की तिमाही में एकीकृत इस्पात उत्पादन स्थिर, एकीकृत बिक्री में भी चार प्रतिशत की गिरावट

Tata Steel कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि में उसके सिर्फ भारतीय परिचालन का उत्पादन बढ़ा है। टाटा स्टील इंडिया का उत्पादन अप्रैल-जून के दौरान छह प्रतिशत बढ़कर 49.2 लाख टन पर पहुंच गया जो एक साल पहले समान अवधि में 46.3 लाख टन रहा था।

By Madhukar KumarEdited By: Publish:Wed, 06 Jul 2022 10:30 AM (IST) Updated:Wed, 06 Jul 2022 10:30 AM (IST)
Tata Steel: टाटा स्टील का अप्रैल-जून की तिमाही में एकीकृत इस्पात उत्पादन स्थिर, एकीकृत बिक्री में भी चार प्रतिशत की गिरावट
Tata Steel: कंपनी के उत्पादन की बिक्री में भी आई कमी।

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान एकीकृत इस्पात उत्पादन 76.6 लाख टन पर स्थिर रहा। कंपनी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में 76.5 लाख टन इस्पात का उत्पादन किया था। टाटा स्टील ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि बीती तिमाही में उसकी एकीकृत बिक्री चार प्रतिशत घटकर 65.3 लाख टन रह गई। एक साल पहले की समान तिमाही में यह आंकड़ा 68.3 लाख टन रहा था।

भारतीय परिचालन का उत्पादन बढा

कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में उसके सिर्फ भारतीय परिचालन का उत्पादन बढ़ा है। टाटा स्टील इंडिया का उत्पादन अप्रैल-जून के दौरान छह प्रतिशत बढ़कर 49.2 लाख टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 46.3 लाख टन रहा था। उक्त अवधि में कंपनी की बिक्री दो प्रतिशत गिरकर 40.6 लाख टन रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह 41.5 लाख टन थी। समीक्षाधीन अवधि में टाटा स्टील यूरोप का उत्पादन घटकर 24.3 लाख टन रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 26.7 लाख टन रहा था।

फर्जी तरीके से चलने वाली खादानों पर रोक लगाने की मांग

जमशेदपुर, जासं। पारंपरिक ग्राम सभा नाचोसाई एवं गांव गणराज्य परिषद द्वारा मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय में विभिन्न मांगो को लेकर परिषद के संयोजक कुमार चंद्र मार्डी व जयपाल सरदार के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के उपरांत उपायुक्त के नाम सीओ को 7 सूत्री मांगपत्र सौंपा। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि नाचोसाई सहित फर्जी तरीके से चलने वाली खदानों और खनन पर रोक लगाई जाए। जरूरतमंद लोगों को मनरेगा से मजदूरी दी जाय।

प्रदर्शनकारियों ने रखी अपनी मांगें

सात सूत्री मांगों में मौजा नाचोसाई में अवैध खनन और क्रशर से पेड़ पौधे व किसानों का हुए लगभग 1.29 करोड़ रुपए मुआवजा देने, संविधान प्रदत्त ग्राम सभा के अधिकारों पर दखल बंद करने,जमीन खरीद बिक्री में सीएनटी का पूर्ण पालन करने,रामकृष्ण सरदार का नाम पारंपरिक ग्राम प्रधान नाचोसाई का सरकारी दस्तावेज में दर्ज करने,अवैध खनन व खनन पट्टों पर रोक लगाने, नाचोसाई, पावरु, डाटोबेड़ा के ग्राम प्रधान व ग्राम सभा सदस्यों पर दर्ज मामला वापस लेने की मांगे शामिल हैं। इस अवसर पर रामकृष्ण सरदार, मानिक सरदार,सर्वेश्वर सरदार, रामसिंह सरदार, दिलीप सरदार, बिमल कर्मकार,सुरेंद्रनाथ टुडू,नदा सरदार,गौतम सरदार, धन सरदार, लाइसेम सरदार सहित अन्य उपस्थित थे।

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