टाटा मोटर्स के बोनस पर आदित्यपुर में काम करने वालों की नजर

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के ज्यादातर कल-करखाने वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के पा‌र्ट्स व रॉ-मैटेरियल बनाती हैं। यहां की कंपनियां पूर्णरूपेण टाटा मोटर्स पर निर्भर है। टाटा मोटर्स में अगर काम बंद हो जाए तो इन सभी कंपनियों में ताले लटक जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 07:29 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 05:11 AM (IST)
टाटा मोटर्स के बोनस पर आदित्यपुर में काम करने वालों की नजर
टाटा मोटर्स के बोनस पर आदित्यपुर में काम करने वालों की नजर

जासं, जमशेदपुर : आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के ज्यादातर कल-करखाने वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के पा‌र्ट्स व रॉ-मैटेरियल बनाती हैं। यहां की कंपनियां पूर्णरूपेण टाटा मोटर्स पर निर्भर है। टाटा मोटर्स में अगर काम बंद हो जाए तो इन सभी कंपनियों में ताले लटक जाएंगे। इसी तरह टाटा मोटर्स में बोनस समझौते के बाद ही यहां कर्मचारियों को बोनस मिलता है। विश्वकर्मा पूजा के बाद ही इन कंपनियों में प्रबंधन-यूनियन के बीच बोनस वार्ता शुरू होती है तथा एक-दो वार्ता के बाद समझौता हो जाता है।

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जेनिथ फोर्ज प्रा. लिमिटेड

आदित्यपुर क्षेत्र में स्थित यह कंपनी टाटा मोटर्स के लिए पा‌र्ट्स बनाती है। यहां 50 स्थायी मजदूर व एक सौ से ज्यादा ठेका मजदूर हैं। लॉकडाउन की वजह से कंपनी का उत्पादन बाधित था, पिछले एक माह से यहां काम चल रहा है। यहां की मान्यता प्राप्त यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय व महामंत्री शैलेश पांडेय हैं। हाल ही में यहां इनकी यूनियन बनी है। पहली बार इनके नेतृत्व में बोनस समझौता होगा। विजय इंडस्ट्रीज प्रा. लि.

यहां भी टाटा मोटर्स के लिए पा‌र्ट्स बनाए जाते हैं। यहां विश्वकर्मा पूजा के बाद ही बोनस पर बातचीत शुरू होती है। यहां स्थायी व ठेका मजदूर को मिलाकर करीब 200 कर्मचारी कार्यरत हैं। जिन्हें बीते साल स्थायीकर्मियों को 11 व ठेका मजदूरों को 8.33 फीसद बोनस मिला है। सिंहभूम टेक्नो कॉस्ट प्रा. लि. कंपनी

यहां स्थायी कर्मचारियों की संख्या 50 व ठेका मजदूर करीब 150 होंगे। प्रबंधन-यूनियन आपस में बातचीत कर स्थायी कर्मियों को बोनस दिलाते हैं। बीते साल स्थायी कर्मियों को 11 फीसद तो ठेका मजदूर को 8.33 फीसद बोनस मिला है। अगले सप्ताह यहां बोनस पर प्रबंधन-यूनियन की वार्ता शुरू होगी। सोनी ऑटो एंड एल्याज इंडस्ट्रीज लिमिटेड

इस कंपनी में स्थायी कर्मियों की संख्या 79 व ठेका मजदूरों की संख्या करीब 150 होगी। यहां बीते साल कर्मचारियों को 15 फीसद बोनस मिलता था। यहां अगले सप्ताह प्रबंधन-यूनियन के बीच वार्ता शुरू होगी। यहां प्रत्येक साल विश्वकर्मा पूजा के बाद ही बोनस होता है। वीणा मेटल वे प्रा. लि.

आदित्यपुर की इस कंपनी में स्थायी कर्मियों की संख्या 60 व ठेका मजदूर करीब एक 100 है। यहां बीते साल 2019 में स्थायी कर्मियों को 15 फीसद तो ठेका मजदूरों को 8.33 फीसद बोनस मिला था। यहां भी यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय व महामंत्री शैलेश पांडेय हैं।

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आदित्यपुर की कंपनियों में शुरू से विश्वकर्मा पूजा के बाद ही बोनस समझौता होता है। टाटा मोटर्स में बोनस होने के बाद इन कंपनियों में भी बोनस मिल जाता है। अब यहां बोनस की गतिविधि तेज की जाएगी। समय रहते कर्मचारियों को बोनस मिले, इसके लिए प्रबंधन से बातचीत शुरू की जाएगी।

-शैलेश पांडेय, कई यूनियनों के महासचिव

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