झामुमो सांसद सुनील महतो हत्याकांड में शामिल नक्सली को सरेंडर का ऑफर

झामुमो सांसद सुनील महतो हत्याकांड में शामिल नक्सली को सरेंडर का ऑफर दिया गया है। पुलिस टीम ने उसके गांव जाकर पिता से सरेंडर कराने को कहा।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 06 Mar 2019 12:34 PM (IST) Updated:Wed, 06 Mar 2019 12:42 PM (IST)
झामुमो सांसद सुनील महतो हत्याकांड में शामिल नक्सली को सरेंडर का ऑफर
झामुमो सांसद सुनील महतो हत्याकांड में शामिल नक्सली को सरेंडर का ऑफर

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वी सिंहभूम जिले की पुलिस फरार नक्सलियों की खोज खबर लेने को सक्रिय हो गई है। कोशिश इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने की है। इसके लिए नक्सलियों के परिवार वालों से मिलकर पुलिस टीम सरेंडर कराने की अपील करा रही है। पिछले दिनों पुलिस टीम वांटेड नक्सली राम प्रसाद मार्डी उर्फ सचिन के पटमदा प्रखंड स्थित झुझका गांव भी गई। नक्सली के पिता सनातन मार्डी और भाई छुटू मार्डी से सचिन को सरेंडर कराने को कहा।

सनातन मार्डी ने पुलिस को बताया कि सचिन लंबे समय से घर नहीं आया है, ऐसे में उसे सरेंडर करने के लिए कैसे कहें। गौरतलब हो कि सचिन सांसद सुनील महतो हत्याकांड समेत 20 अन्य नक्सली ङ्क्षहसा के मामले में वांटेड है। सचिन के दो भाई और एक बहन है। भाई छोटू राम मार्डी की शादी हो चुकी है। पिता सनातन मार्डी किसान है। सचिन मिडिल क्लास तक पढ़ा है। मां पनसारी मार्डी और बहन फूलमनी मार्डी घर पर हैं। पुलिस को सूचना हैं कि सचिन रांची-तमाड़ इलाके में सक्रिय है। 

मुख्यालय के निर्देश पर हो रही खोज खबर

दरअसल, पुलिस टीम प्रदेश मुख्यालय के उस निर्देश पर नक्सली के परिजनों से मिली थी जिसमें फरार नक्सलियों की गतिविधियों के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। पूछा गया था कि आत्मसमर्पण कराने में कहां समस्या आड़े आ रही है। किस इलाके में कौन नक्सली दस्ता सक्रिय है। दस्ते में कितने सदस्य हैं। जेल से छूटे नक्सलियों की गतिविधि क्या हैं। जहां नक्सली समर्पण कर चुके हैं। वहां की रिपोर्ट मुख्यालय से मांगी गई थी।

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कान्हू मुंडा ने कहा पांच डिसमिल जमीन मिली

टीम ने 2017 में पुलिस के सामने हथियार डालने के बाद घाटशिला जेल में बंद कान्हू राम मुंडा और उसके सहयोगियों से भी मुलाकात की। टीम ने आत्मसमर्पण नीति के तहत उसे पूरा लाभ मिला कि नहीं इसकी जानकारी ली। कान्हू ने बताया कि उसे 25 लाख रुपये भी मिले। गुड़ाबांधा के जियान गांव में पांच डिसमिल जमीन भी मिली। दो बेटियों में एक बेटी कोलकाता में उच्च शिक्षा हासिल कर रही हैं। जियान गांव भी पुलिस टीम गई। कान्हू ने बताया चार मामलों में वह अब तक बरी हो चुका है। 42 मामले दर्ज हैं।

असीम मंडल और उसके दस्ते की मांगी गई रिपोर्ट: इनामी असीम मंडल उर्फ आकाश एवं उसके दस्ते के शामिल सदस्यों की रिपोर्ट मांगी गई थी जिसे पुलिस टीम ने मुख्यालय को सौंप दिया। 

माता-पिता से किया गया आग्रह

वांटेड नक्सली के गांव में जाकर पुलिस अधिकारी ग्रामीणों के साथ बैठक कर चुके हैं। सरेंडर कराने को माता-पिता से आग्रह भी किया गया है। 

-अनूप बिरथरे, एसएसपी

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