कभी था कूड़े-कचरे का ढेर, अब सेल्फी लेने की रहती होड़

टाटानगर स्टेशन परिसर स्थित सेकेंड इंट्री गेट के समीप खाली स्थान को सेल्फी कॉनर के रूप में इनर व्हील क्लब ने विकसित किया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 02 Dec 2018 06:49 PM (IST) Updated:Sun, 02 Dec 2018 06:49 PM (IST)
कभी था कूड़े-कचरे का ढेर, अब सेल्फी लेने की रहती होड़
कभी था कूड़े-कचरे का ढेर, अब सेल्फी लेने की रहती होड़

जमशेदपुर, जेएनएन। आपको थोड़ा अटपटा लग सकता है पर है सोलहो आने सच। जिस जगह से लोग गुजरने से हिचकते थे और मजबूरी में नाक पर रूमाल रखकर गुजरते थे उस जगह पर अब सेल्फी लेने की होड़ मची रहती है। गुजरने वाला हर शख्स सेल्फी लेने का लोभ नहीं छोड़ पाता। जी हां, वह जगह है झारखंड के महत्वपूर्ण टाटानगर स्टेशन परिसर स्थित सेकेंड इंट्री गेट।

गेट के समीप खाली स्थान को सेल्फी कॉनर के रूप में इनर व्हील क्लब ने विकसित किया है। अब यहां यात्री सेल्फी लेते हुए देखे जा रहा है। इस सेल्फी कॉनर में रंग-बिरंगे फूलों के पौधे व दीवार में आकर्षक पेटिंग करा कर इसे आकर्षण का रूप दिया गया है। 

रेलवे ने उठाई है देखभाल की जिम्मेवारी

इस स्थान पर पहले कूड़ा करकट जमा हुआ करता था। लघु उद्यान के रूप में विकसित किए गए इस स्थान को प्रतिदिन देखभाल की जिम्मेदारी भी रेलवे ने उठाई है। यहां पानी डालने से लेकर खाद व देखभाल रेलवे व इनर व्हील द्वारा किया जा रहा है। इनर व्हील के सदस्य व पदाधिकारी सप्ताह में दो तीन दिन टाटानगर स्टेशन में आकर निरीक्षण भी करते हैं। स्टेशन निदेशक एच के बलमुचू के देखरेख में सेल्फी कॉनर का निर्माण किया गया। क्लब की अध्यक्ष श्वेता चांद, मंजू रानी सिंह ने उस सेल्फी कॉनर व लघु उद्यान बनाने में अपनी भूमिका निभाई। 

 पार्सल आफिस के समीप देखिए ब्रिटिश शासन का इंजन 

टाटानगर स्टेशन के पार्सल आफिस गेट (वीआईपी) के समीप ब्रिटिश के समय का इंजन लगाने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके लिए स्टेशन निदेशक एच के बलमुचू, सीआई शंकर झा व डिप्टी एसएस वाणिज्य एस के पति ने स्थल का चयन कर फाइनल रिपोर्ट तैयार कर ली है। दो से तीन दिनों से अंदर यहां बेरिकेडिंग शुरू हो जाएगा। बेरिकेडिग के बाद करीब एक माह के अंदर यहां ब्रिटिश शासन का सबसे पुराना इंजन टाटानगर में लगाया जाएगा। यह इंजन यात्रियों व टाटानगर आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।

chat bot
आपका साथी