मैं शपथ लेता हूं कि शहर की स्वच्छता का ख्याल रखूंगा..
स्वच्छता को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की संजीदगी अब दिखने लगी है।
दिलीप कुमार, जमशेदपुर : स्वच्छता को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की संजीदगी अब दिखने लगी है। इसी संजीदगी का ही असर है कि अब धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) से मिलने वाले हर शख्स को यह शपथ लेनी होगी वह स्वच्छता को लेकर अपनी पूरी जिम्मेदारी की निर्वाह करेगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि एसडीओ ने उनसे मिलने के लिए दफ्तर पहुंचने वाले लोगों द्वारा दी जाने वाली पर्ची में ही इस शपथ का उल्लेख करवा दिया है। यानी आप अगर एसडीओ से मिलने के लिए पर्ची दे रहे हैं तो आपको उस पर्ची पर यह शपथ भी लेना होगी कि आप स्वच्छता को लेकर पूरी संजीदगी बरतेंगे। पर्ची में कुछ ऐसा लिखा है :-मैं वचन देता हूं कि जमशेदपुर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में अपना सहयोग दूंगा / दूंगी।
एसडीओ चंदन कुमार कहते हैं-'स्वच्छता की सोच को बढ़ावा देने के लिए यह व्यवस्था की गई है। इस पर्ची से कम से कम एक बार लोगों के जेहन मे स्वच्छता की बात उठेगी और वे जमशेदपुर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना सहयोग देने का वचन देंगे।' एसडीओ ने बाकायदा पर्ची में शपथ पत्र को छपवा लिा है। एसडीओ का मानना है कि जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे, तब तक शहर स्वच्छता के शिखर पर नहीं पहुंच सकता। सरकार की योजनाओं से बगैर जनता की सहभागिता के शहर स्वच्छ व सुंदर नहीं बन सकता। धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी की सोच और पहल निश्चित रूप से शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में कारगर साबित होगा। स्वच्छता के लिए सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने सबसे पहले स्वयं की भागीदारी निभाया।
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बदलेगी मानसिकता
'लिखित वचन देने के बाद निश्चित तौर पर स्वच्छता के प्रति लोगों का सोच व मानसिकता बदलेगी। पर्ची में इस प्रकार का वचन छपवाने का आशय सिर्फ इतना है कि शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना में सब अपनी भागीदारी निभाएं। जिस प्रकार हम अपने घर को साफ रखते हैं उसी प्रकार हमें अपने शहर को भी साफ रखना होगा। पर्ची में लिखित वचन देने से निश्चित तौर पर लोगों की मानसिकता बदलेगी और वे अपने दायित्व के प्रति सजग रहेंगे। लोगों को उनके दायित्व के प्रति सजग करने और स्वच्छता के प्रति उनकी सोच को बढ़ावा देने के लिए यह पहल की गई है। '
चंदन कुमार, एसडीओ-धालभूम