न्याय के लिए दर-दर भटक रहीं रीना चौरसिया, जानिए क्या है मामला Chaibasa News
पश्चिमी सिंहभूम के किरीबुरू प्रोस्पेक्टिंग के शराब कारोबारी हरिशंकर प्रसाद की खुदकुशी मामले का एक साल होने को है फिर भी इसकी गुत्थी अबतक सुलझ नहीं सकी है। इससे कयास लगाये जा रहे हैं कि प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रही है।
नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम ), जासं। पश्चिमी सिंहभूम के किरीबुरू प्रोस्पेक्टिंग के शराब कारोबारी हरिशंकर प्रसाद की खुदकुशी मामले का एक साल होने को है, फिर भी इसकी गुत्थी अबतक सुलझ नहीं सकी है। इससे कयास लगाये जा रहे हैं कि प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रही है।
शराब कारोबारी की पीड़िता पत्नी मनोहरपुर की विधायक जोबा माझी को आवेदन देकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगा चुकी हैं। मृतक के यहां से मिले सुसाइड नोट को भी सबूत के तौर पर पेश किया था जिसमें स्पष्ट तौर पर उत्पाद अधीक्षक पर रकम मांगने की बात का जिक्र हुआ है। रकम देने में असमर्थ रहे शराब कारोबारी ने खुदकुशी मामले में उत्पाद अधीक्षक संतोष कुमार को जिम्मेवार ठहराया है। इसी को लेकर पीड़िता अपने दो बेटे विराट चौरासिया व बेटी रिया चौरासिया को लेकर न्याय की मांग को लेकर दर-दर भटकने पर मजबूर है।
मैनेजर थे हरिशंकर प्रसाद
घटना 12 दिसंबर 2019 की है। किरीबुरू प्रोस्पेक्टिंग के हरिशंकर प्रसाद बड़ाजामदा फुटबाल मैदान में चल रहे लाइसेंस होल्डर धर्मेंद्र गुप्ता की शराब दुकान में मैनेजर के हैसियत से काम करते थे। जिले में होनेवाली मीटिंग से लेकर सारा कामकाज इन्हीं के द्वारा संपादित होता था। सुसाइड नोट में उत्पाद अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए बार-बार रकम की मांग किए जाने के कारण खुदकुशी करने की बात का उल्लेख किया गया है। घटना के बाद पीड़िता अपने दो बच्चों के साथ बड़ाजामदा मायका में रहने लगी है। पीड़िता ने बताया कि जबतक पति को खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने वाले अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तबतक कानूनी लड़ाई के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
डीसी-एसपी से लगाई गुहार
शनिवार को उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई गई है।