एनटीएचए की एकेडमी बिल्डिग का रतन टाटा व चंद्रशेखरन ने किया उद्घाटन
तीन वर्ष बाद दो बार मार्च को एक बार फिर टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा और टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन टेल्को स्थित नवल टाटा हॉकी एकेडमी (एनटीएचए) पहुंचे।
जासं, जमशेदपुर : तीन वर्ष बाद दो बार मार्च को एक बार फिर टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा और टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन टेल्को स्थित नवल टाटा हॉकी एकेडमी (एनटीएचए) पहुंचे। जहां उन्होंने छात्रों के लिए तैयार एकेडमी परिसर का शुभारंभ किया। इससे पहले दो मार्च 2018 को ही दोनों अधिकारियों ने नवल टाटा हॉकी एकेडमी की नींव रखी थी।
झारखंड और ओडिशा के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले युवा पेशेवर तरीके से हॉकी खेल सकें, इसके लिए इस एकेडमी की स्थापना की गई है। हालांकि कोविड 19 के कारण इस बार रतन टाटा या चंद्रशेखरन ने किसी भी शिलापट्ट का अनावरण नहीं किया। दोपहर दो बजकर 18 मिनट पर वे एकेडमी में प्रवेश किए। शिलापट्ट के पास तस्वीरें खिंचवाई। इसके बाद दोनों अधिकारी पूरे एकेडमी परिसर का भ्रमण किए। उन्होंने जाना कि यहां हॉकी खेलने आने वाले छात्रों को किस तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इसके बाद एकेडमी के कर्मचारियों से परिचय प्राप्त किए और दो बजकर 37 मिनट पर एमडी टीवी नरेंद्रन के साथ रवाना हो गए।
रतन टाटा और चंद्रशेखरन लगभग 21 मिनट तक कार्यक्रम स्थल पर रहे लेकिन झारखंड और ओडिशा के युवाओं के लिए उस संस्थान को अंतराष्ट्रीय सुविधा देकर गए जहां से वे केवल अपने राज्य ही नहीं पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
इस मौके पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी, जुस्को एमडी तरूण डागा, कैप्टन धनंजय मिश्रा, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन चीफ सर्वेश कुमार सहित एकेडमी के कर्मचारी उपस्थित थे।
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हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है। इसलिए इस खेल में झारखंड और ओडिशा के युवाओं को आधुनिक व अंतराष्ट्रीय सुविधा मिले, इसके लिए इस एकेडमी की शुरुआत की गई है। यहां वर्तमान 52 बच्चे हैं जो पढ़ाई के साथ-साथ चार अंतराष्ट्रीय कोच से हॉकी की बारिकियां सीख रहे हैं।
-सर्वेश कुमार, चीफ, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन, टाटा स्टील
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ऐसी है व्यवस्था
10 एकड़ में फैली है हॉकी एकेडमी
पहले चरण में हुआ था एस्ट्रोटफ कोट का शुभारंभ
दूसरे चरण में हुआ छात्रावास व एकेडमी बिल्डिग का शुभारंभ
छह एकड़ में पूरा हो चुका है पहले व दूसरे फेज का काम
45 हजार वर्गफीट है एकेडमी का पूरा कंसट्रक्शन क्षेत्र
52 पुरुष खिलाड़ियों के लिए रहने की है व्यवस्था
22 रूम तीन बेड व 13 रूम दो बेड वाले
60 बच्चों के एक साथ बैठकर पढ़ने के लिए है क्लास रूम
09 कोच के रहने के लिए भी आधुनिक रूम
17 खिलाड़ी इस एकेडमी से कर चुके हैं राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश व राज्य का प्रतिनिधित्व
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आधुनिक सुविधाओं से लैस है एकेडमी
टाटा ट्रस्ट द्वारा निर्मित नवल टाटा हॉकी एकेडमी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां दुधिया रोशनी में खिलाड़ियों के पास खेलने की सुविधा है तो जिम, अंतराष्ट्रीय स्तर के कोच, शारीरिक व मानसिक तनाव कम करने वाले ट्रेनर व डाइटिशियन भी हैं। साथ पढ़ाई के लिए कम्प्यूटर रूम और मांसपेशियों के खिचाव को ठीक करने के लिए मसाज रूम भी है। इसके अलावे यहां 80 लोगों के एक साथ बैठकर खाने के लिए डाइनिग रूम भी है। इसके अलावे यहां विशाल स्पोर्ट्स गैलरी भी है।
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ये हैं यहां के कोच
बोवेलैंडर हॉकी एकेडमी के ड्रैग फ्लिकर जॉन बोवेलेंडर पूर्व ओलंपियन सह डच राष्ट्रीय टीम के सहायक कोच के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं। जिला स्तरीय रीजनल डेवलमेंट सेंटरों में प्रशिक्षण के बाद 10 से 12 वर्ष वर्ग और 14 से 17 वर्ष के युवाओं के प्रशिक्षण व उनके प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में बोवेलेंडर काम कर रहे हैं। यहां सिमडेगा, खूंटी और पश्चिम सिंहभूम जिलों के 28 गांवों से युवाओं के पहले बैच का चयन हुआ था। वर्तमान में यहां 32 युवा प्रशिक्षणरत हैं।