रसूल की सुन्नत पर अमल कर के ही कामयाबी : जियाउल मुस्तफा

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पैगंबर-ए-अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा स. की सुन्नत पर अमल कर के ही

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Nov 2017 09:03 PM (IST) Updated:Sun, 19 Nov 2017 09:03 PM (IST)
रसूल की सुन्नत पर अमल कर के ही कामयाबी : जियाउल मुस्तफा
रसूल की सुन्नत पर अमल कर के ही कामयाबी : जियाउल मुस्तफा

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पैगंबर-ए-अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा स. की सुन्नत पर अमल कर के ही मुसलमान अपनी जिंदगी में कामयाबी हासिल कर सकता है। मुसलमानों पर जो अभी आफतें आ रही हैं वो दीन से दूरी का नतीजा है। इसलिए मुसलमान को पैगंबर-ए-अकरम की सुन्नत का दामन थाम लेना चाहिए।

ये बातें उत्तर प्रदेश के मऊ निवासी जामिया अमदिया के प्रमुख मोहदिस-ए-कबीर अल्लामा जियाउल मुस्तफा कादरी ने कहीं। वो मानगो के गांधी मैदान में रविवार की रात इमाम अहमद रजा कांफ्रेंस में बोल रहे थे। ये कार्यक्रम तंजीम अहले सुन्नत की तरफ से आयोजित था। इनके अलावा पटना से आए मुस्लिम उलेमा डा. हसन रजा खान और घोसी से आए उलेमा आले मुस्तफा ने भी कंाफ्रेंस को संबोधित किया। तंजीम अहले सुन्नत वल जमात के कार्यकारी अध्यक्ष मुख्तार सफी ने बताया कि ये कार्यक्रम इमाम अहमद रजा खान बरेलवी कादरी की 99 वीं बरसी के मौके पर आयोजित किया गया है। वो 55 से अधिक विषयों के विद्वान थे। उन्होंने बताया कि इमाम अहमद रजा खान के दादा रजा अली खान प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे।

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