शोध, अध्ययन में स्रोत और संदर्भ की पवित्रता-प्रामाणिकता अनिवार्य Jamshedpur News

जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में हिन्दी विकि कार्यशाला में कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति व अन्य अतिथियों ने रखे अपने विचार।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 10:30 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 10:31 PM (IST)
शोध, अध्ययन में स्रोत और संदर्भ की पवित्रता-प्रामाणिकता अनिवार्य Jamshedpur News
शोध, अध्ययन में स्रोत और संदर्भ की पवित्रता-प्रामाणिकता अनिवार्य Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। शोध और अध्ययन अध्यापन में स्रोत और संदर्भ की पवित्रता और प्रामाणिकता बेहद अनिवार्य है। यह कहना था कोल्‍हान विश्‍वविद़यालय की कुलपति डॉ. शुक्ला माहांती का। वे शनिवार को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में हिंदी विकि कार्यशाला में बतौर मुख्‍य अतिथि संबोधित कर रही थीं।

यह कार्यशाला विकिमीडिया फाउंडेशन सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया अमेरिका के सौजन्य से वीमेंस कॉलेज में आयोजित की गई। मुख्‍य अतिथि डॉ शुक्‍ला माहांती ने कार्यशाला को नवाचारी प्रवृत्ति का बताया और कॉलेज तथा विकिमीडिया फाउंडेशन को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही यह उम्‍मीद भी जताई कि इस कार्यशाला से ठोस समाधान निकल कर आएंगे।

हिंदी में शोध सामग्री तैयार करने में उपयोगी : डॉ नूतन चंद्रा

इस अवसर पर वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या डॉ. नूतन चंद्रा ने स्वागत संबोधन के उपरांत कहा कि यह कार्यशाला हिन्दी में समृद्ध शोध सामग्री तैयार करने में निश्चित रूप से उपयोगी साबित होगी। उन्‍होंने भरोसा जताया कि मुक्त और ऑनलाइन स्रोत में एक ही संस्था से छात्राओं की प्रतिभागिता नया बदलाव लायेगी।

स्रोतविद् डॉ. अजीत कुमार तिवारी ने हिन्दी विकिपीडिया के विभिन्न प्रकल्पों की जानकारी दी। नीलम कुमारी ने कार्यशाला के प्रतिभागियों को विकिस्रोत की कार्यप्रणाली से अवगत कराया। साथ ही यह भी बताया कि छात्राएं कैसे दक्ष विकिपिडियन बन सकती हैं। इसके लिए उन्‍होंने तकनीकी पक्षों की भी जानकारी दी। संजीव कुमार ने विज्ञान के विषयों और हिन्दी विकिपीडिया की सम्भावनाओं पर चर्चा की। डॉ. अनिरूद्ध कुमार ने विकीबुक्स की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला और कहा कि शिक्षकगण चाहें तो छात्राओं के लिए मुफ्त पाठ्यपुस्तक इस पर तैयार कर सकते हैं।

108 प्रतिभागियों ने की शिरकत, छात्राओं की शंकाओं का किया गया समाधान

प्रतिभागी छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान वक्तागण ने किया। कार्यशाल के प्रारंभ में कॉलेज की प्राचार्या डॉ. नूतन चंद्रा, आमंत्रित वक्ता नई दिल्ली से डॉ. अनिरूद्ध कुमार व नीलम कुमार, राजस्थान से संजीव कुमार, कोलकाता से डॉ.  अजीत कुमार तिवारी  एवं समन्वयक डॉ. अविनाश कुमार सिंह, सोनाली सिंह ने दीप प्रच्च्वलित कर समारोह की विधिवत शुरुआत की।

वहीं संचालन संयोजक डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने व धन्यवाद ज्ञापन सोनाली सिंह ने किया । कार्यशाला में डॉ. दीपा शरण, डॉ. मनीषा टाईटस, डॉ. त्रिपुरा झा, डॉ. रिजवाना परवीन, डॉ. संजय भुईयां, डॉ. अपर्णा कर, डॉ. मिथिलेश चौबे सहित 108 प्रतिभागी छात्राएँ, शिक्षक व सह शैक्षणिक कर्मचारी शामिल हुए।

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