एमजीएम में हड्डी रोग विभाग में शुरू होगी पीजी की पढ़ाई, जांच करने पहुंची नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम

अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में चार सीट पर पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। इसकी जांच करने के लिए दिल्ली से नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम पहुंची।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 09:49 AM (IST)
एमजीएम में हड्डी रोग विभाग में शुरू होगी पीजी की पढ़ाई, जांच करने पहुंची नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम
एमजीएम मेडिकल कॉलेज की प्रतीकात्मक तस्वीर, जहां ओरथो में पीजी की पढ़ाई शुरू होनी है।

जमशेदपुर, जासं। अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में चार सीट पर पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। इसकी जांच करने के लिए दिल्ली से नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम पहुंची। टीम में शामिल डॉ. विपिन शर्मा ने सबसे पहले एमजीएम मेडिकल कॉलेज की जांच की। वहां पर पढ़ाने की व्यवस्था व प्रोफेसरों की स्थिति से अवगत हुए। इसके बाद वे अस्पताल आए। यहां पर सबसे पहले वे ओपीडी गए। वहां पर रोजाना आने वाले मरीजों की स्थिति से अवगत हुए। इसके बाद वे इनडोर गए। वहां पर वार्ड की स्थिति को देखा। ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में रोजाना होने वाली मेजर व माइनर ऑपरेशन संख्या को जाना। बताते चले कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में अभी तक शिशु रोग, महिला एवं प्रसूति रोग, शिशु रोग, एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और फार्माकोलॉजी विषय में पीजी की पढ़ाई होती है। उम्मीद है कि जल्द ही और भी दूसरे विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। मेडिसिन व सर्जरी विषय में पीजी की पढ़ाई के लिए कुछ दिन पूर्व ही नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम निरीक्षण करने पहुंची थी। इस मौके पर एमजीएम अधीक्षक डॉ. संजय कुमार, उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

एमजीएम अस्पताल में 150 बेड का बनेगा मॉड्यूलर आइसीयू

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जमशेदपुर में तैयारी जोर-शोर से चल रही है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 150 बेड का अस्थायी मॉड्यूलर आइसीयू तैयार किया जा रहा है। इसमें 50 बेड बच्चों के लिए होगा। इसकी कार्ययोजना तैयार करने के लिए गुरुवार को धालभूम एसडीओ नीतिश कुमार एमजीएम अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एमजीएम परिसर में पूर्व से कंडम घोषित और जर्जर भवन को देखा। इसे तोड़ कर यहां पर आइसीयू का निर्माण करना है। इससे पूर्व डीसी सूरज कुमार ने एमजीएम का निरीक्षण किया था। उस दौरान इन जगहों पर अस्थायी आइसीयू निर्माण करने का निर्णय लिया गया था। एसडीओ ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर तैयारी की जा रही है। एमजीएम में कई खामियां सामने आई है, जिसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी उत्पन्न नहीं हो।

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