बच्ची से हैवानियत मामले में नया खुलासा: महिला विकास केंद्र के नाम पर चल रहा था स्कूल

जिस स्कूल के हॉस्टल में बच्ची के साथ शिक्षक ने दुष्कर्म का प्रयास किया उसका संचालन महिला विकास केंद्र के नाम पर हो रहा था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 05:24 PM (IST)
बच्ची से हैवानियत मामले में नया खुलासा: महिला विकास केंद्र के नाम पर चल रहा था स्कूल
बच्ची से हैवानियत मामले में नया खुलासा: महिला विकास केंद्र के नाम पर चल रहा था स्कूल

जमशेदपुर (जेएनएन)। पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर के परसूडीह थानाक्षेत्र के निजी स्कूल के हॉस्टल में छह वर्ष की छात्रा से हैवानियत के मामले में नया खुलासा हुआ है। स्कूल का संचालन किसी नाम से किया जा रहा था जबकि कागज पर कुछ और था। जिस स्थान पर स्कूल चल रहा है वहां कागज पर महिला विकास केंद्र संचालित है। 

शुक्रवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, चाईल्ड लाइन और पुलिस की टीम ने स्कूल का दौरा किया और संचालक और बच्चों से बात की। इस दौरान फर्जी तरीके से स्कूल संचालन के मामले सामने आए। प्रारंभिक जांच में तथ्य सामने आए कि स्कूल महिला विकास केंद्र के नाम पर चल रहा था। स्कूल प्रबंधन स्कूल से संबंधित कोई कागजात टीम को मुहैया नहीं करा पाया। 

बच्ची का कोर्ट में हुआ बयान

इसबीच पुलिस ने पीडि़ता बच्ची का कोर्ट में बयान कलमबंद कराया। बच्ची ने वहीं बातें बताई जो पूर्व में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और पुलिस को बताई थी। बच्ची का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

हॉस्टल की वार्डन का पति है आरोपी शिक्षक

गौरतलब हो कि बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास का मामला तब सामने आया था जब दुर्गा पूजा के अवकाश में घर आई बच्ची ने अवकाश समाप्त होने के बाद वापस स्कूल जाने से मना कर दिया था। बच्ची ने अपने साथ हुई घिनौनी हरकत की परिजनों को विस्तार से जानकारी दी थी। इसके बाद परिजनों के चाइल्ड वेलफेयर कमेटी शरण ली और कमेटी की चेयरमैन पुष्पा तिर्की की पहल पर परसूडीह थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को गिरफ़तार कर लिया। हालांकि, आरोपी शिक्षक ने इसे फंसाने की कार्रवाई बताया और कहा कि बकाया फीस के लिए दबाव बनाने पर बच्ची के परिजनों ने साजिश रची है। आरोपी शिक्षक का भाइ स्कूल का प्राचार्य है।

एसएपी कर चुके हैं पूछताछ

मामला प्रकाश में आने के बाद वरीय आरक्षी अधीक्षक अनूप बिरथरे और अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी आरोपी शिक्षक, पीडि़त बच्ची और परिजनों से पूछताछ कर चुके हैं।

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