ट्रांसपोर्ट अधिकारी के हत्यारोपित ब्रजेश पांडेय ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण Jamshedpur News

एसोसिएट रोड कॅरियर (एआरसी) ट्रांसपोर्ट कंपनी के डिवीजनल मैनेजर विजय कुमार सिंह के हत्यारोपी गाड़ी मालिक ब्रजेश पांडेय ने गुरुवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 28 Nov 2019 11:32 PM (IST) Updated:Fri, 29 Nov 2019 09:46 AM (IST)
ट्रांसपोर्ट अधिकारी के हत्यारोपित ब्रजेश पांडेय ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण Jamshedpur News
ट्रांसपोर्ट अधिकारी के हत्यारोपित ब्रजेश पांडेय ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। एसोसिएट रोड कॅरियर (एआरसी) ट्रांसपोर्ट कंपनी के डिवीजनल मैनेजर विजय कुमार सिंह के हत्यारोपी गाड़ी मालिक ब्रजेश पांडेय ने गुरुवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। हत्यारोपी ने न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण किया है।

अब पुलिस शुक्रवार को कोर्ट में हत्यारोपित ब्रजेश कुमार पांडेय का रिमांड लेने के लिए आवेदन करेगी। पुलिस हत्यारोपित ब्रजेश पांडेय का पांच दिन का रिमांड मांगेगी। रिमांड मिलने के बाद पुलिस ब्रजेश से एआरसी ट्रांसपोर्ट के डिवीजनल मैनेजर की हत्या के संबंध में पूछताछ करेगी। पुलिस पता लगाएगी कि किस शूटर ने पीछा कर चलती बाइक पर कंपनी के डिवीजनल मैनेजर विजय कुमार सिंह की हत्या की थी। 

विजय कुमार सिंह की हत्या मंगलवार को तब कर दी गई थी जब वो एमजीएम थाना क्षेत्र के ही डिमना चौक के करीब आशियाना इंक्लेव स्थित अपने फ्लैट से एनएच 33 पर भिलाई पहाड़ी स्थिति अपनी कंपनी के दफ्तर जा रहे थे। रास्ते में अवध डेंटल कॉलेज के सामने पीछे से मोटर साइकिल पर आए शूटर ने उन्हें गोली मार दी थी। उन्हें टीएमएच ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान जल्द ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला था जिसमें एक बाइक सवार डिवीजनल मैनेजर का पीछा करते हुए दिख रहा है। पुलिस को तफ्तीश के दौरान पता चला कि कुछ दिन पहले ही डिवीजनल मैनेजर विजय कुमार सिंह का मुखिया डांगा के रहने वाले ब्रजेश पांडेय से झगड़ा हुआ था।

ब्रजेश चाहता था कि ट्रांसपोर्ट में आने वाली उसकी हर गाड़ी पहले अनलोड कर दी जाए। यही नहीं, झगड़े के बाद विजय कुमार सिंह ने ब्रजेश की गाडिय़ों को काली सूची में डाल दिया था। ये सुराग मिलने के बाद पुलिस ने ब्रजेश और उसकी गाड़ी के ड्राइवर बोड़ाम के भादोडीह निवासी बुधराम बास्की के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत का कॉल रिकार्ड निकलवाया। काल रिकार्ड से ही इस हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया है। दोनों के बीच की बातचीत से पता चला कि ब्रजेश ने बुधराम से एआरसी के डिवीनजल मैनेजर की रेकी कराई थी।

हत्या की घटना वाले दिन बुधराम आशियाना इंक्लेव के बाहर खड़े होकर विजय के घर से निकलने की सूचना ब्रजेश को दी थी। ब्रजेश ने विजय की हत्या के बाद बुधराम को फोन कर बताया था कि काम हो गया। पुलिस ने बुधवार को ही बुधराम को जेल भेज दिया था और ब्रजेश की तलाश में जुट गई थी।

पुलिस के दबाव में हत्यारोपित ने किया सरेंडर 

विजय कुमार सिंह की हत्या के मामले में ब्रजेश का नाम सामने आने के बाद पुलिस उसके ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश डाल रही थी। कई जगहों पर रात भर छापामारी चली। इसके बाद, पुलिस के दबाव के चलते ट्रांसपोर्ट अधिकारी के हत्यारोपित ने कोर्ट में सरेंडर किया। 

गाजीपुर के औडि़हार गंगा घाट पर हुआ अंतिम संस्कार 

एआरसी ट्रांसपोर्ट कंपनी के डिवीजनल मैनेजर विजय कुमार सिंह का गुरुवार को गाजीपुर जिले के औडि़हार गंगा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।

अंतिम संस्कार शाम पांच बजे हुआ। इसमें विजय के छोटे भाई अभिषेक सिंह के अलावा परिवार के अन्य सदस्य शामिल हुए। औडि़हार घाट विजय कुमार के जौनपुर जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के महदेवा गांव से 35 किलोमीटर दूर है। 

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