Health Tips: खास वजह से महिलाओं में भी बढ़ रहा मुंह का कैंसर, इन लक्षणों की न करें अनदेखी

झारखंड के कोल्हान में मुंह का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण तंबाकू का सेवन करना है। अगर आप तंबाकू का सेवन करते हैं तो इन लक्षणों की अनदेखी हरगिज न करें।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 22 Aug 2019 05:38 PM (IST) Updated:Fri, 23 Aug 2019 11:07 AM (IST)
Health Tips: खास वजह से महिलाओं में भी बढ़ रहा मुंह का कैंसर, इन लक्षणों की न करें अनदेखी
Health Tips: खास वजह से महिलाओं में भी बढ़ रहा मुंह का कैंसर, इन लक्षणों की न करें अनदेखी

जमशेदपुर, जासं।  झारखंड के कोल्हान में मुंह का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण तंबाकू का सेवन करना है। ब्रह्मनंद अस्पताल के कैंसर सर्जन डॉ. आशीष कुमार ने  दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न-प्रहर में उपस्थित होकर लोगों को उनके सवालों का जवाब देते हुए यह जानकारी दी।  

डॉ. आशीष कुमार ने कहा कि मुंह का कैंसर पुरुषों में सबसे अधिक होता है। लेकिन, यहां की ग्रामीणों महिलाओं में भी मुंह का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इसका कारण है कि यहां की महिलाएं भी तंबाकू की खूब सेवन करती है। चिंता का विषय यह भी है कि वे इस बीमारी के प्रति जागरूक नहीं है। इलाज कराने जब वे पहुंचती है तो स्थिति काफी गंभीर हो चुकी होती है। तीसरा व चौथे स्टेज में इलाज करना काफी मुश्किल हो जाता है। इस दौरान सेकाई व कीमोथेरेपी दिया जाता है। वहीं पहला स्टेज में ऑपरेशन किया जाता है। कैंसर के शुरुआती लक्षण

 भूख कम लगना या बिल्कुल न लगना।  याददाश्त में कमी, देखने-सुनने में दिक्कत।  लगातार खांसी जो ठीक नहीं हो रही हो।  थूक में खून आना या आवाज में खरखराहट।  मुंह खोलने, चबाने, निगलने या खाना हजम करने में परेशानी।  पाखाने या पेशाब में खून आना।  बिना वजह खून या वजन में बेहद कमी।  ब्रेस्ट या शरीर में किसी अन्य जगह स्थायी गांठ बनना या सूजन होना।  किसी जगह में अचानक खून, पानी या मवाद निकलना।  तिल या मस्से में बदलाव या किसी घाव का न भरना।  कमर या पीठ में लगातार दर्द।

तंबाकू कितना खतरनाक

 धूम्रपान से फेफड़ों का कैंसर, गले का कैंसर, मुंह, किडनी, ब्लैडर, पैंक्रियाज और पेट में कैंसर का रिस्कअधिक होता है। साथ ही दिल के रोगों और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है।  गर्भावस्था में धूम्रपान या या धूम्रपान करने वालों की संगत में गर्भपात, समय से पहले डिलीवरी, बच्चे का कम वजन आदि का कारण हो सकता है।  तंबाकू में 28 किस्म के कार्सिनोजोनिक तत्व होते हैं जिनसे कैंसर हो सकता है। तंबाकू से ल्यूकोप्लाकिया का रिस्क अधिक रहता है जिसमें दांत और मसूड़े तेजी से सड़ते हैं।  मुंह के कैंसर का यह बहुत बड़ा कारण है।  गले का कैंसर का रिस्क अधिक रहता है।

डॉ. आशीष कुमार से लोगों की बातचीत का प्रमुख अंश...।

डॉ आशीष कुमार। 

सवाल: ब्रेस्ट कैंसर की पहचान कैसे करेंगे।

-साधना चक्रवर्ती, कदमा।

जवाब:  ब्रेस्ट में किसी तरह की गांठ होने पर उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। किसी डॉक्टर से दिखाना चाहिए।

सवाल: पापा को जबड़े में कैंसर था। सर्जरी हुई थी, लेकिन अब खिंचाव आ रहा है।

-अभिषेक कुमार, बागबेड़ा।

जवाब: ऑपरेशन के बाद इस तरह की परेशानी आती है। उन्हें फिजियोथेरेपी व व्यायाम कराएं। इससे ठीक हो जाएगा।

सवाल: बड़े भइया को जीभ का कैंसर है। उसका इलाज यहां संभव है?

-गुडिय़ा कुमारी, मानगो।

जवाब: जमशेदपुर में इलाज बिल्कुल संभव है। कैंसर मरीजों को सरकार भी मुफ्त में इलाज करा रही है। इसके लिए गोल्डन कार्ड होने चाहिए।

सवाल: कैंसर के लक्षण क्या हैं?

-पपायी चक्रवर्ती, कदमा।

जवाब: कैंसर के कई लक्षण हैं। मुंह में छाला बार-बार होना और वह ठीक नहीं हो रहा है तो उसकी जांच करानी चाहिए। इसके साथ ही और भी कई कारण है।

सवाल: बच्चेदानी के मुंह का कैंसर से बचने के लिए क्या करना चाहिए।

-ममता शर्मा, आदित्यपुर।

जवाब: बच्चेदानी के मुंह का कैंसर ह्यïूमन पेपिलोमा वायरस से होता है। इससे बचने के लिए टीका आता है। उस टीके को शादी से पूर्व लिया जाता है। उसका तीन डोज लेने से 75 फीसद कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। इसके साथ ही कदमा से रामबालक सिंह, सोनारी से आरती कुमार सहित अन्य लोगों ने भी पूछें सवाल।

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