हैवानियत ऐसी कि आज भी कांप जाते हैं यहां के लोग Jamshedpur News
लौहनगरी में भी पिछले कुछ वर्षो में ऐसी दिल दहलाने वाली घटनाएं हुई जिसकी चर्चा से आज भी यहां के लोग कांप जाते हैं।
जमशेदपुर, जासं। हैदराबाद में चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपितों के शुक्रवार को पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद जमशेदपुर के लोगों में भी ये आस जगी है कि शहर में भी कई बेटियों के साथ हुई ऐसी घटनाओं के दोषियों को ऐसी ही सख्त सजा मिलेगी। मालूम हो कि लौहनगरी में भी पिछले कुछ वर्षो में ऐसी दिल दहलाने वाली घटनाएं हुई हैं।
स्टेशन से बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद कर दी हत्या
दिल दहला देने वाली घटना जमशेदपुर के टाटानगर स्टेशन की 25 जुलाई 2019 की है। मां के साथ स्टेशन पोर्टिको में सोयी हुई तीन वर्षीय बच्ची का दरिदों ने अपहरण कर टेल्को रामाधीन बागान के जंगल में उसके साथ दुष्कर्म किया था। फिर क्रूरता से गला रेतकर बच्ची सिर धड़ से अलग कर दिया था। सिर को जंगल-झाड़ी में फेंक दिया। दरिंदों प्लास्टिक बैग में धड़ रख लेकर घूमते रहे। बाद में उसे झाड़ी में फेंक दिया।टाटानगर जीआरपी थाना में बच्ची की मां की शिकायत पर अपहरण की प्राथमिकी दर्ज की गई । स्टेशन मे लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने बच्ची का अपहरण करने वाले टेल्को रामाधीन बागान निवासी रिंकू साहू तक 29 जुलाई को पहुंची। उसकी निशानदेही पर बच्ची का शव 30 जुलाई को रामाधीन बागान की झाड़ी से बरामद की गई, लेकिन सिर नहीं मिला।
रिंकू की मां हवलदार
रिंकू साहू की मां गिरीडीह में हवलदार है। उसने पूछताछ में बताया कि घटना को उसने अपने साथी साकची काशीडीह निवासी कैलाश के साथ मिलकर अंजाम दिया था। कैलाश के पिता सीआरपीएफ में हैं और काश्मीर में पदस्थापित हैं। धड़ मिलने के 11 दिन बाद यानी नौ अगस्त को बच्ची की खोपड़ी पुलिस के हाथ तब लगी थी। जब खोपड़ी को लेकर कुत्ते घूम रहे थे। रिंकू साहू, कैलाश और मनु मंडल को पुलिस ने मामले मे जेल भेज था। रिकार्ड 60 दिन के भीतर न्यायालय में आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित कर दिया। मामला फास्ट ट्रेक कोर्ट में चल रहा है। देशभर में मामला चर्चित हुआ था।
बागबेड़ा में दुष्कर्म के बाद बच्ची के हत्यारे को फांसी की सजा
बागबेड़ा निवासी फिरंगी पासवान को बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में 18 फरवरी 2011 को न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई थी। घटना छह फरवरी वर्ष 2010 की है। अभियुक्त ने दुष्कर्म के बाद सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। 2015 में फांसी की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया गया।
डिमना लेक में छात्र से किया गया था सामूहिक दुष्कर्म
मानगो की एक नाबालिग छात्र को अगवा कर डिमना लेक में उसके साथ 14 फरवरी 2019 को तीन दरिंदों सामूहिक दुष्कर्म किया था। पुलिस ने मामले में रोशन कुमार, मनीष और विकास को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। छात्र को मनीष जबरन बाइक पर बैठा ले गया था। लेक में उसके साथ मनीष ने अपने साथियों के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। घटना का वीडियो भी आरोपितों ने वायरल कर दिया था।