डॉक्टरों ने कहा-मंत्रीजी सुधार दीजिए अस्पताल, गरीबों का होगा कल्याण

मंत्री सरयू राय ने का कहना है कि जबतक महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधर जाती तबतक वह अस्पताल का निरीक्षण करते रहेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 09:03 AM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 06:34 AM (IST)
डॉक्टरों ने कहा-मंत्रीजी सुधार दीजिए अस्पताल, गरीबों का होगा कल्याण
डॉक्टरों ने कहा-मंत्रीजी सुधार दीजिए अस्पताल, गरीबों का होगा कल्याण

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मंत्री सरयू राय ने का कहना है कि जबतक महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधर जाती तबतक वह अस्पताल का निरीक्षण करते रहेंगे। इसी मकसद के साथ शुक्रवार को वह लगातार तीसरे सप्ताह एमजीएम अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अधीक्षक डॉ.अरुण कुमार के चैंबर में सभी चिकित्सक व कर्मचारियों के साथ मीटिंग की और यथास्थिति से अवगत हुए।

इस दौरान कुछ चिकित्सक व कर्मचारियों ने मंत्री से कहा कि सर, सुधार दीजिए अस्पताल, गरीबों का होगा कल्याण। आप से ही उम्मीद हैं। आप बड़े-बड़े कार्य कर चुके हैं। चार साल पूर्व मुख्यमंत्री भी आए और चले गए, लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ? इसपर सरयू राय ने कहा कि उनकी कोशिश अस्पताल को बेहतर बनाने की है। सरकार की रुचि भी दिख रहीं है, जो सकारात्मक है। कर्मचारियों की रिक्त पदों को भरने से संबंधित फाइल आगे बढ़ी है। उम्मीद है कि सप्ताह-दो सप्ताह में सुधार दिखने लगेगा। अगले सोमवार या मंगलवार को सरयू राय रांची विभाग में जाकर इस संदर्भ में बातचीत भी करेंगे।

सरयू राय ने कहा कि अस्पताल में जो खामियां है उसका प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेजा गया है। कुछ मैंने भी मांगा है। ताकि उसे दूर किया जा सकें। इस अवसर पर अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार, पूर्व अधीक्षक डॉ. आरवाई चौधरी, उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद, डॉ. अरुण कुमार, डॉ. मृत्युंजय सिंह, डॉ. अजय राज, डॉ. आलोक कुमार, झारखंड राज्य चिकित्सा संघ के प्रदेश महामंत्री अमरनाथ सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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अस्पताल के सुधार के लिए सरयू राय करेंगे ये पहल

- मंत्री ने कहा कि उनकी कोशिश होगी की निचले पायदान पर कर्मचारियों की बहाली की जिम्मेवारी अस्पताल प्रबंधन को दी जाए। ताकि जरूरत के अनुसार रिक्त पदों को भरा जा सकें।

- अस्पताल में बेहतर चिकित्सा व व्यवस्था में सुधार के लिए एक कमेटी गठित की जाएगी। जो, साफ-सफाई से लेकर कर्मचारी व डॉक्टरों की कार्यशैली पर नजर रखेगी।

- सिस्टम के तहत अस्पताल चलें, इसपर कार्य करने की जरूरत है।

- सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के वेतन कम है, जिसे कैबिनेट में पास कराया जा सकता है। रांची रिम्स में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों का वेतन एक लाख दस हजार है। जबकि एमजीएम में 60 हजार रुपये मिलता है।

- कई चिकित्सक वर्षो से सीनियर रेजीडेंट के पदों पर कार्यरत हैं, लेकिन वेतन व प्रोन्नति नहीं मिली है।

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एमजीएम प्रबंधन ने विभाग को भेजा है यह प्रस्ताव

- अस्पताल में वार्ड ब्वाय, स्वीपर, ड्रेसर, लिफ्ट मैन, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।

- पूर्व में नौ सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर हट चुके है, उसके स्थान पर नए डॉक्टर दिए जाएं।

- वर्तमान में सात सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों का अनुबंध पांच मई को खत्म हो रहा है। इनकी जगह जबतक दूसरे डॉक्टर नहीं आ जाते तबतक इन्हें ही कार्य करने का आदेश दिया जाए।

- बाकि रिक्त पड़े डॉक्टर व नर्सो के पद भरे जाएं।

- मरीजों को मिलने वाले प्रति मरीज के भोजन की राशि 50 से बढ़ाकर 120 रुपये की जाए।

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एमजीएम में कर्मचारियों की संख्या

पद का नाम स्वीकृत आवश्कता

असिस्टेंट डायटीशियन 00 01

इलेक्ट्रिकल हेल्पर 00 06

कंप्यूटर ऑपरेटर 02 57

ड्रेसर 00 37

एंबुलेंस चालक 03 04

कक्ष सेवक 00 130

लिफ्ट मैन 00 12

सफाई सेवक 40 187

लैब अटेंडर 00 09

रसोई सेवक 00 07

सुरक्षाकर्मी 20 71

प्लंबर 01 01

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