मानगो दुष्कर्म में आरोपित की जमानत व कागजात पर हुई बहस

इस मामले पर अदालत ने सुनवाई की अगली तिथि को 30 मई मुकर्रर कर दी है। इसके अलावा दुष्कर्म के आरोपित व जेल में बंद शिव कुमार महतो तथा श्रीकांत महतो की जमानत के मुद्दे पर बहस हुई।

By Edited By: Publish:Fri, 25 May 2018 08:43 PM (IST) Updated:Sat, 26 May 2018 11:11 AM (IST)
मानगो दुष्कर्म में आरोपित की जमानत व कागजात पर हुई बहस
मानगो दुष्कर्म में आरोपित की जमानत व कागजात पर हुई बहस

जमशेदपुर, जेएनएन। मानगो के नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में शुक्रवार को एडीजे-1 एनपी सिंह की अदालत में दो मुद्दों पर सुनवाई हुई। पहला मामला नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने और कराने के मास्टरमाइंड व जेल में बंद इंद्रपाल सैनी से संबंधित पुलिस द्वारा सौंपे गए पेपर को लेकर सुनवाई हुई। सैनी के अधिवक्ता प्रकाश झा ने कोर्ट को आवेदन देकर मांग की थी कि पुलिस मामले से संबंधित सारा पेपर उपलब्ध कराया जाए।

इस मामले पर अदालत ने सुनवाई की अगली तिथि को 30 मई मुकर्रर कर दी है। इसके अलावा दुष्कर्म के आरोपित व जेल में बंद शिव कुमार महतो तथा श्रीकांत महतो की जमानत के मुद्दे पर बहस हुई। इस दौरान शिव कुमार महतो तथा श्रीकांत महतो के अधिवक्ता ने अदालत से गुहार लगाया कि मेरे दोनों मुअक्किल को नाबालिग के कथित संरक्षक ने फंसाया है। क्योंकि वह खुद इस मामले में कहीं न कहीं से लिप्त है। सारी बातें सुनने के बाद अदालत ने एक जून 2018 की तिथि तय की है। मानगो थाना क्षेत्र में अश्लील वीडियो बनाकर नाबालिग से दुष्कर्म करने तथा देह व्यापार कराने के मामले में 19 जनवरी, 2018 को पीड़िता की मां ने मानगो थाना में मामला दर्ज कराया था। पीड़िता की मां ने शिव कुमार महतो, इंद्रपाल सैनी, नकुल महतो, श्रीकांत के खिलाफ दुष्कर्म करने व वीडियो का भय दिखाकर देह व्यापार कराने का मामला दर्ज कराया था।  

आखिर कब सार्वजनिक होगी नार्को रिपोर्ट
 नानक मानगो में रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता के संरक्षक का कहना है कि आखिर कब तक आरोपितों का नार्को टेस्ट की रिपोर्ट सार्वजनिक होगी। उनका कहना है कि गुमसुम रहने वाली नाबालिग सवाल करती है कि आखिर मुझे कब तक न्याय मिलेगा। पीड़िता का कहना है कि तत्कालीन एमजीएम थाने के बड़े बाबू से पूछताछ की जाए, उस समय जब्त लैपटॉप, हैंडीकैम तथा सीडी से कई तथ्य सामने आएंगे। बता दें कि मानगो दुष्कर्म में डीएसपी, थानेदार समेत नेता, बिल्डर तक का नाम है, लेकिन पुलिस अब तक केवल तीन आरोपित को ही जेल भेज पाई है।

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