सनकी आशिक के हमले में घायल लक्ष्‍मी हार गई जिंदगी की जंग, ये रही पूरी जानकारी Jamshedpur News

Laxmi soren died at TMH . सनकी आशिक के हमले में घायल लक्ष्‍मी सोरेन जिंदगी की जंग हार गई। उसने बुधवार को टीएमएच के सीसीयू में सुबह 10 बजे अंतिम सांस ली।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 19 Feb 2020 01:39 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 03:50 PM (IST)
सनकी आशिक के हमले में घायल लक्ष्‍मी हार गई जिंदगी की जंग, ये रही पूरी जानकारी  Jamshedpur News
सनकी आशिक के हमले में घायल लक्ष्‍मी हार गई जिंदगी की जंग, ये रही पूरी जानकारी Jamshedpur News

जमशेदपुर, जेएनएन। Laxmi soren died at TMH who Injured by his Ex Boyfriend सनकी आशिक के हमले में घायल लक्ष्‍मी सोरेन जिंदगी की जंग हार गई। उसने बुधवार को टीएमएच के सीसीयू में सुबह 10 बजे अंतिम सांस ली। 15 फरवरी की सुबह  लक्ष्‍मी पर टाटा स्‍टील कंपनी के जमशेदपुर प्‍लांट में रॉड से हमला किया गया था। 

लक्ष्‍मी टाटा स्‍टील में बतौर ठेका मजदूर काम करती थी। उसपर ठेका कर्मी बादल हांसदा ने इसलिए हमला कर दिया क्योंकि वह अब उससे मिलने से इन्कार कर रही थी। कथित तौर पर बादल हांसदा के साथ उसका चार साल पहले प्रेम संबंध था लेकिन, पिछले एक साल से  दूरी बना ली थी। घटना वाले दिन भी वह लक्ष्‍मी  को मिलने के लिए राजी कर रहा था, लेकिन वो नहीं मानीं तो कंपनी परिसर में डी ब्लास्ट फर्नेस के करीब उसने  हमला कर युवती को घायल कर दिया और आराम से कंपनी के साकची वाले गेट से निकलकर भागा। 

मुख्‍यमंत्री ने लिया था मामले का संज्ञान

मामले की जानकारी मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन को हुई तो उन्‍होंने तत्‍काल पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन को हमलावर  को दबोचने और लक्ष्‍मी का समुचित इलाज कराने केनिर्देश दिए। निर्देश के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए बादल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आगे की कार्रवाई के लिए लक्ष्‍मी के होश आने का इंतजार हो रहा था, लेकिन बुधवार को उसकी मौत हो गई। लक्ष्‍मी के हमलावार की गिरफ्तारी की जानकारी उपायुक्‍त रविशंकर शुक्‍ला ने ट्रीवीट कर मुख्‍यमंत्री को मंगलवार को दी थी।

बादल शादीशुदा था इसलिए कर लिया था किनारा

गिरफ्तारी के बाद बादल ने पुलिस को बताया कि लक्ष्‍मी  के साथ उसका प्रेम संबंध चार साल पहले से चल रहा था। तब उसने उसे यही बताया था कि वह कुंवारा है। उसकी शादी नहीं हुई है। तकरीबन साल भर पहले लक्ष्‍मी  को पता चल गया कि बादल शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे हैं। इसके बाद उस से किनारा कर लिया था।  

जनवरी से पूरी तरह बंद थी बातचीत

इस साल जनवरी से युवती ने बादल से बात करना पूरी तरह से बंद कर दिया था। इससे बादल बौखलाया हुआ था। कई बार उसने युवती से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वह उससे बात नहीं कर रही थी। 

पैर पर तीन बार रॉड मारा, गिरी तो सिर पर किया हमला

15 फरवरी को लक्ष्‍मी  का पीछा कर रहे बादल ने कंपनी में सुनसान जगह पर लोहे के एक रॉड से पैर पर तीन बार मारा। इससे वह गिर कर तड़पने लगी। इसके बाद बादल ने उसके सर पर वार किया। इसके बाद वह भाग गया। घटना को अंजाम देने के बाद वह मतलाडीह में रहा। मतलाडीह से वह चौका अपनी बहन के यहां गया। यहां से वह कांड्रा अपने चचेरे मामा जामोन हांसदा के यहां गया और वहीं छिपा हुआ था। लेकिन, सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में बनी पुलिस टीम ने उसे सोमवार की शाम दबिश डालकर दबोच लिया। 

ठेका एजेंसी के मालिक पर भी मुकदमा

टाटा स्टील प्लांट के अंदर आदिवासी ठेका महिला मजदूर लक्ष्मी सोरेन की हत्या के मामले में टाटा स्टील प्रबंधन और मजदूर की ठेका एजेंसी ट्राईबल वेलफेयर सोसाइटी के मालिक भूमि सिंह मुंडा का भी नाम हत्या के इस केस में शामिल हुआ है। यह केस लक्ष्मी सोरेन के पिता मोहित मेघनाथ सोरेन के आवेदन पर हुआ है। महिला मजदूर लक्ष्मी सोरेन की सुबह टीएमएच में मौत के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं में नाराजगी है। लक्ष्मी सोरेन गालूडीह के केसरपुर गांव की रहने वाली थी। लेकिन वह परसुडीह में अस्थाई रूप से रह रही थी। मृतक लक्ष्मी सोरेन के पिता मेघनाथ सोरेन झामुमो नेता महावीर मुर्मू के साथ बिष्टुपुर थाने पहुंचे और वहां बिष्टुपुर इंस्पेक्टर राजेश प्रकाश सिन्हा को आवेदन देकर टाटा स्टील प्रबंधन और ठेका ट्राईबल वेलफेयर सोसाइटी के मालिक भूमि सिंह मुंडा को भी इस केस में आरोपी बनाए जाने संबंधी आवेदन दिया। महिला मजदूर लक्ष्मी सोरेन ठेका एजेंसी आदिवासी वेलफेयर सोसाइटी के तहत टाटा स्टील प्लांट में जॉब करती थी।

ठेका एजेंसी पर ये आरोप

 गालूडीह के केसरपुर गांव निवासी मेघनाथ सोरेन का आरोप है कि इस मामले में ठेका एजेंसी आदिवासी वेलफेयर सोसाइटी के भूमि सिंह मुंडा की भी लापरवाही सामने आई है। इसलिए हत्या के इस मामले में बादल सोरेन के साथ टाटा स्टील प्रबंधन और एजेंसी आदिवासी वेलफेयर सोसाइटी के मालिक भूमि सिंह मुंडा भी शामिल हैं। लक्ष्मी सोरेन के पिता का कहना है की दिनदहाड़े टाटा स्टील कंपनी में उनकी बेटी की हत्या कर दी गई। यह टाटा स्टील कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल है। उन्होंने सवाल उठाया कि हत्यारा उनकी बेटी पर जानलेवा हमला कर कंपनी से आराम से कैसे निकल भागा। यही नहीं ,कंपनी का सीसीटीवी सर्विलांस क्या कर रहा था। उनका कहना है कि लक्ष्मी सोरेन ने बादल हांसदा से परेशानी की शिकायत अपने एजेंसी के मालिक भीम सिंह मुंडा से भी की थी। लेकिन उन्होंने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। अगर ध्यान दिया गया होता तो शायद उनकी बेटी की जान नहीं जाती। 

केस में जुड़ेगी हत्‍या की धारा

बिष्टुपुर थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा का कहना है कि आवेदन मिल गया है। बादल सोरेन के खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। केस में अब हत्या की धाराएं भी जुड़ जाएंगी। मामले की तफ्तीश में टाटा स्टील प्रबंधन और ठेका एजेंसी ट्राईबल वेलफेयर सोसाइटी के भूमि सिंह मुंडा की भी भूमिका की जांच होगी।

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