'राज्यपाल' बने मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय

: मूर्ति फिल्म व आरा वाली माता आयरन देवी फिल्म फैक्ट्री के बैनर तले बनने वाली फिल्म में मजदूर नेता राकेश्वर पांडे राज्यपाल की भूमिका में नजर आयेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jun 2018 12:08 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jun 2018 12:08 PM (IST)
'राज्यपाल' बने मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय
'राज्यपाल' बने मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मूर्ति फिल्म व आरा वाली माता आयरन देवी फिल्म फैक्ट्री के बैनर तले बनने वाली भोजपुरी फिल्म 'आरा जिला उखाड़ देला किला' की शूटिंग का सोमवार को उद्घाटन हुआ। इस भोजपुरी फिल्म में मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय राज्यपाल का किरदार निभा रहे हैं तो बिष्टुपुर निवासी गुरुचरण सिंह डीजीपी की भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म की शूटिंग सरायकेला व जमशेदपुर में हो रही है। निर्माता रानी मिश्रा और मुन्ना यादव हैं। एक्शन मास्टर व अभिनेता प्रिंस मिश्रा एक सख्त पुलिस अफसर के किरदार में हैं। कल्पना शाह, मुन्ना यादव, ब्रजेश त्रिपाठी, गुरशरण सिंह, पूनम सिंह राठौर, खुशबू पांडेय, राकेश पाडेय, करण थापा, मंटू प्रसाद, अभिषेक आमुखी, विक्की, विशाल विवेक, सुनंदा व जमशेदपुर के करीब 25 कलाकारों के साथ साथ बिहार, असम, नागालैंड व यूपी के भी कलाकर इसमें काम कर रहे हैं।

-----------------

आदि महोत्सव में पहुंचे ट्राइफेड के क्षेत्रीय प्रबंधक

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कलामंदिर, बिष्टुपुर परिसर में चल रहे मिनी आदि महोत्सव के पाचवें दिन शहर के लोगों ने जनजातीय आभूषणों की जमकर खरीदारी की। सोमवार को आदिवासी सहकारी विपणन विकास संघ, ट्राइफेड, जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में पर्वतारोही बछेंद्री पाल और प्रेमलता अग्रवाल ने जनजातीय कलाकृतियों को देखा और अदभूत कलाकारी की सराहना की। दोनों ने अपने पसंद के कई उत्पादों की खरीदारी की। महोत्सव में ट्राइफेड के क्षेत्रीय प्रबंधक एडी मिश्रा पहुंचे और जायजा लिया। मौके पर उन्होंने कहा कि मेला में छूट वाले सामग्री अधिक रखा जाएगा, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द शहर में बड़े रूप से महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रोजेक्ट मैनेजर अमिताभ राय, अमिताभ घोष आदि उपस्थित थे। महोत्सव का समापन 16 को होगा। महोत्सव में लगाए गए जनजातीय व्यंजन के स्टॉल में सोमवार को जिल पीठा और उद पीठा बनाया गया था। यहां आने वाले लोगों ने जनजातीय लजीज व्यंजन का लुत्फ उठाया और इसको बनाने की विधि के बारे में जाना।

chat bot
आपका साथी