यूरोप में प्रति टन कार्बन उत्सर्जन पर टाटा स्टील देती है 100 यूरो जुर्माना

यूरोप में स्टील उत्पादन में कोई कंपनी जितना टन कार्बन डाइ ऑक्साइड का उत्सर्जन करती है उसे प्रति टन के हिसाब से 100 यूरो का जुर्माना देना पड़ता है।

By Edited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 09:13 AM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 03:47 PM (IST)
यूरोप में प्रति टन कार्बन उत्सर्जन पर टाटा स्टील देती है 100 यूरो जुर्माना
यूरोप में प्रति टन कार्बन उत्सर्जन पर टाटा स्टील देती है 100 यूरो जुर्माना

जमशेदपुर, जासं। यूरोप में स्टील उत्पादन में कोई कंपनी जितना टन कार्बन डाइ ऑक्साइड का उत्सर्जन करती है, उसे प्रति टन के हिसाब से 100 यूरो का जुर्माना देना पड़ता है। टाटा स्टील वर्तमान में जुर्माना दे रही है। जल्द ही यह कानून देश में भी प्रभावी होगा। इसलिए इससे पहले हमें ऐसी तकनीक विकसित करना होगी जिससे पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो।

टाटा स्टील के ज्वाइंट व‌र्क्स क्वालिटी कमेटी (जेडब्ल्यूक्यूसी) का वार्षिक समारोह गुरुवार शाम कीनन स्टेडियम में हुई। जिसे संबोधित करते हुए टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (सेफ्टी) संजीव पॉल ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील एक टन क्रूड स्टील बनाने में ढ़ाई टन कार्बन का उत्सर्जन करती है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण के लिए नए-नए तकनीक की तलाश करना होगा। वहीं, उन्होंने दुर्घटनाओं को कम करने और सेफ्टी मानकों का अनुपालन करने की सलाह दी। कहा कि एक जानलेवा दुर्घटना होने से हर एक कर्मचारी पर उसका असर पड़ता है।

क्‍वालिटी महत्‍वपूर्ण: आर रवि प्रसाद

टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने कहा कि आने वाले दिन में क्वालिटी बहुत महत्वपूर्ण है। बाजार में अपना वर्चस्व बनाने के लिए जरूरी है कि अपने बेहतर क्वालिटी का माल बनाए। इसमें जेडब्ल्यूक्यूसी की भूमिका अहम हो जाती है। इस मौके पर स्वागत भाषण यूनियन उपाध्यक्ष सह कमेटी चेयरमैन शाहनवाज आलम व धन्यवाद ज्ञापन वाइस प्रेसिडेंट (टीक्यूएम सह शेयर्ड सर्विसेज) अवनीश गुप्ता ने दी। वहीं, ओवरऑल प्रदर्शन के लिए न्यू बार मिल व एलडी-3 को अवार्ड मिली। वहीं, क्वालिटी के क्षेत्र में बेहतर करने वाले कर्मचारियों को मास लीडर, काइजन व इम्प्रूवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया। इसमें बड़ी संख्या में कंपनी के कर्मचारी व अधिकारी शामिल हुए।

chat bot
आपका साथी