मुआवजे के लिए सड़क पर डाला डेरा, राहगीरों के छूटे पसीने

रांची-टाटा ट्रांसपोर्ट में कार्यरत जुगसलाई के सागर रजक की टाटा मेन अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। 15 नवंबर को काम के दौरान वह ट्रांसपोर्ट में ही घायल हो गया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 24 Nov 2018 05:01 PM (IST) Updated:Sat, 24 Nov 2018 05:01 PM (IST)
मुआवजे के लिए सड़क पर डाला डेरा, राहगीरों के छूटे पसीने
मुआवजे के लिए सड़क पर डाला डेरा, राहगीरों के छूटे पसीने

जमशेदपुर, जेएनएन। पूर्वी सिंहभूम के मुख्यालय जमशेदपुर के जुगसलाई रोड से गुजरनेवालों के लिए शनिवार का दिन दुश्वारियों भरा रहा। मुआवजा की मांग पर लोगों ने रोड जाम कर दिया और  सड़क पर जम गए। इस वजह से करीब दो घंटे रोड जाम रहा। पुलिस ने बीच-बचाव कराकर जाम हटवाया तो स्थिति सामान्य हुई।

दरअसल,रांची-टाटा नामक ट्रांसपोर्ट में कार्यरत जुगसलाई के सागर रजक की टाटा मेन अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। 15 नवंबर को काम के दौरान वह ट्रांसपोर्ट में ही घायल हो गया था। उसकी मौत के बाद परिजनों ने मुआवजा और टाटा मेन अस्पताल के बिल को माफ करने की मांग की।

इस मांग को लेकर परिजनों ने ट्रांसपोर्ट के ऑफिस के सामने मुख्य सड़क को जाम कर दिया। ट्रांसपोर्ट मालिक अभिजीत सिंह ने परिजनों से बात की। हॉस्पिटल के इलाज का बिल देने और भाई की शहर वापसी पर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। तत्काल पांच हजार रुपये दाह संस्कार के लिए भी परिजनों को दिए। इसके बाद जाम समाप्त हुआ।

तीन महीने से कर रहा था काम

सागर रजक पिछले तीन महीने से ट्रांसपोर्ट में काम करता था। सागर का तीन साल का एक छोटा बच्चा है। परिवार की माली हालत ठीक नहीं है। सागर की मौत के बाद उसकी पत्नी के समक्ष परिवार चलाने का संकट स्‍वाभाविक रूप से आ गया है। परिजनों का  कहना है कि ट्रांसपोर्ट मालिक मुवाअजा भुगतान मानवीय आधार पर करे ताकि सागर के परिजन को आर्थिक कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े।

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