धूप से बेहाल फैंस, जेएसए को फिक्र नहीं
जेआरडी में धूप से परेशान हो रहे दर्शक
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कहते हैं, किसी खेल की लोकप्रियता उसके प्रशंसकों से मापी जाती है। भारत में क्रिकेट को धर्म का दर्जा यूं ही नहीं दिया जाता। 125 करोड़ लोग क्रिकेट के फैंस है और इसी फैंस की भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड आज विश्व की सबसे धनी खेल संस्था बनी हुई है। लेकिन अपने फैंस के प्रति जेएससीए की नाफिक्री प्रशंसकों के बीच अब रोष पैदा कर रही है।
बुधवार को जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स स्थित 'फर्नेस' पर प्रीमियर लीग का उद्घाटन मुकाबला खेला गया। प्रशंसकों को छह व सात नंबर गेट से स्टेडियम में प्रवेश करना था। पांच हजार दर्शक स्टेडियम में प्रवेश कर गए, लेकिन उनके बैठने के लिए जो गैलरी खोला गया था, उसपर सूर्य भगवान आंखे तरेर रहे थे। फुटबॉल के प्रति समर्पित फैंस के चेहरे लाल हो रहे थे। कोई जमशेदपुर स्पोर्टिग एसोसिएशन की व्यवस्था को कोसता तो कोई सूरज को लानत भेजता। 40 डिग्री सेल्सियस तापमान में बच्चे बेहाल हो रहे थे तो बड़े बजुर्ग पसीने से तर ब तर। प्रशंसकों के लिए पूर्वी व दक्षिणी छोर पर बैठने की व्यवस्था की गई थी। ऐसे में सूरज की सीधी रोशनी चेहरे को सुलझा रही थी। यहीं नहीं, रोशनी सीधे आंख में लगने के कारण लोग मैच का मजा नहीं ले पा रहे थे। कोई पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था, तो कोई मन मसोस कर बैठा रहा। यह जमशेदपुर में फुटबॉल का क्रेज ही कहिए कि एकतरफा मुकाबला होने के बावजूद प्रशंसक अंतिम समय तक डटे रहे। जब जेएसए के एक पदाधिकारी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, देखते हैं, क्या कर सकते हैं। आप भी देखिए, जेएसए कब कुंभकर्णी निद्रा से जागता है। तब तक धूप में खून सुखाकर मैच का आनंद लीजिए।