Jharkhand Unlock 4.0 : झारखंड में एक जुलाई तक बढ़ा लॉकडाउन, सप्ताह के अंत में संपूर्ण लॉकडाउन भी रहेगा जारी
पिछले डेढ़ महीने से झारखंड में आंशिक लॉकडाउन है। लेकिन अभी भी होटल व रेस्तरां खोलने की मनाही है। बुधवार को अनलॉक 4.0 को लेकर हेमंत सरकार ने बैठक किया। इस बैठक में एक जुलाइर् तक लाॅकडाउन बढ़ा है। पूर्व की तरह ही लॉकडाउन जारी रहेगा।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड में कोरोना को लेकर फिलहाल अनलॉक-3 लागू है। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत 17 से 24 तक होटल-रेस्टोरेंट को बंद रखा गया है। इन्हें सिर्फ होम डिलीवरी की अनुमति है, लेकिन 24 जून से शुरू होने वाले अनलॉक-4 में लोगों को उम्मीद थी कि होटल-रेस्टोरेंट के ताले खुल सकते हैं। इन्हें सीमित संख्या में ग्राहकों को बैठाकर खिलाने की अनुमति मिल सकती है। यह उम्मीद देर शाम टूट गई। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने एक जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है। इसमें कोई छूट नहीं दी गई है। पूर्व की तरह सभी निर्देशों का पालन होगा। वीकेंड लॉकडाउन भी जारी रहेगा। पूर्व के निर्देश के आलोक में बाजार व संस्थान खुलेंगे। कोई नया संस्थान नहीं खुलने जा रहा।
बहरहाल, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि दो-तीन दिन से होटल-रेस्टोरेंट को लेकर भाजपा समेत तमाम नेताओं की बयानबाजी तेज हो गई थी। हालांकि इससे काफी पहले विधायक सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया था कि होटल-रेस्टोरेंट को भी अन्य दुकानों की तरह कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करते हुए व्यवसाय चलाने की अनुमति मिलनी चाहिए। इस कारोबार से काफी ज्यादा लोगों को रोजगार मिलता है, इसलिए एक-एक होटल-रेस्टोरेंट से करीब 10 से 15 लोग प्रत्यक्ष रोजगार पाते हैं। उनका भी परिवार है।
बंटी ने किया टवीट
मंगलवार को सुबह-सुबह भाजपा नेता व झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य कुलवंत सिंह बंटी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट करते हुए होटल-रेस्टोरेंट खोलने का आग्रह किया। बंटी ने फटाफट ट्वीट सहित मीडिया में खबर भी जारी कर दिया, ताकि उनके इस पहल की जानकारी होटल-रेस्टोरेंट कारोबारियों को भी हो जाए। लगे हाथ भाजपा नेता सतवीर सिंह सोमू ने भी होटल-रेस्टोरेंट खोलने के लिए ट्वीट कर दिया। देर शाम झारखंड राज्य गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने भी इस आशय का ट्वीट कर दिया। इससे सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि सरकार ने अनलॉक-4 में शर्तों के साथ होटल-रेस्टोरेंट खोलने का मन बना लिया है। इसकी भनक इन नेताओं को भी लग गई है, लिहाजा सभी यह श्रेय लूटने की तैयारी में बैठे हैं कि उन्हीं के प्रयास से होटल-रेस्टोरेंट खुल सके, वरना तालों में जंग लगना तय था।
होटल कारोबारी डेढ़ साल से परेशान
कोरोना की पहली लहर से अब तक करीब डेढ़ वर्ष होने जा रहे हैं, अधिकांश होटल कारोबारी परेशानी हैं। पहली लहर में कुछ होटलों को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित किया गया था, जबकि अधिकांश इससे वंचित हो गए। दूसरी लहर में तो किसी होटल को इसका मौका ही नहीं मिला। जो भी लोग बीमार पड़े अस्पताल में ही गए। प्रशासन ने सिदगोड़ा के प्रोफेशनल कालेज और जादूगोड़ा के यूसिल अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाया था। मार्च-अप्रैल में मानगो व साकची के एक-दो होटल को पेड कोविड केयर सेंटर बनाने की पहल हुई थी, लेकिन उन्हें भी ज्यादा अवसर नहीं मिला। जिन होटलों में रेस्टोरेंट की सुविधा जारी रही, उन्होंने टेक-अवे या होम डिलीवरी से कुछ कमाई की, वरना वह भी नहीं मिला।