Jharkhand Assembly Election 2019 : धुरंधरों का केंद्र रहा ईचागढ़, इस बार भी मुकाबला रोचक

Jharkhand Assembly Election 2019. विधानसभा चुनाव के दौरान ईचागढ़ में पूरे राज्य की नजर रहती है। हॉट सीटों में से एक कहे जानेवाले ईचागढ़ का हर चुनाव रोचक रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 11:10 AM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 11:10 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019 : धुरंधरों का केंद्र रहा ईचागढ़, इस बार भी मुकाबला रोचक
Jharkhand Assembly Election 2019 : धुरंधरों का केंद्र रहा ईचागढ़, इस बार भी मुकाबला रोचक

जमशेदपुर, दिलीप कुमार।  Jharkhand Assembly Election 2019 कभी ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में वहां के राज परिवार का दबदबा हुआ करता था। 1990 में घोषित युवराज रहे प्रभात कुमार आदित्यदेव की हार के बाद राज परिवार ने एक तरह से चुनावी राजनीति से खुद को अलग कर लिया। यह वह समय था जब यहां चुनाव लड़ने वाले दिग्गजों की बाढ़ सी आ गई। संयुक्त बिहार विधानसभा के लिए 1995 में हुए चुनाव में ईचागढ़ से राजनीति के कई दिग्गज चुनाव लड़े।

संयुक्त बिहार में 1995 के चुनाव में ईचागढ़ से राजनीति के जिन दिग्गजों ने चुनाव लड़ा उनमें स्वतंत्रता सेनानी धनंजय महतो, ईचागढ़ के कद्दावर नेता हिकिम चंद्र महतो, जमशेदपुर के वर्तमान सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व सांसद सुनील महतो, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुधीर महतो, पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह उर्फ मलखान सिंह आदि शामिल थे। उस चुनाव में अरविंद कुमार सिंह ईचागढ़ के लिए नया चेहरा थे।

1995 में निर्दलीय ने जीत दर्ज कर सबको चौंकाया

1995 के ईचागढ़ चुनाव में निर्दलीय अरविंद कुमार सिंह ने धुरंधरों को मात दी। कांग्रेस से स्वतंत्रता सेनानी धनंजय महतो, भाजपा से हिकिम चंद्र महतो, झामुमो से सुधीर महतो, झामुमो मार्डी गुट से विद्युतवरण महतो, जनता दल से सुनील महतो किस्मत आजमा रहे थे।

सुनील, विद्युत बने सांसद तो सुधीर उपमुख्यमंत्री

ईचागढ़ से चुनाव लडऩे वाले दिग्गजों में सुनील महतो और विद्युत वरण महतो बाद में सांसद चुने गए। वहीं सुधीर महतो उप मुख्यमंत्री बने। 1995 में विधायक बनने वाले अरविंद कुमार सिंह को बाद के चुनावों में तीन बार 1995, 2000 में भाजपा के टिकट पर और 2009 में झाविमो के टिकट पर विधायक जनता ने चुना।

इसबार भी ज्यादातर नए चेहरे

इस बार चुनाव में ईचागढ़ सीट पर अरविंद कुमार सिंह ही एकमात्र पुराने चेहरा हैं, 1995 के समय सक्रिस रहे अन्य उम्मीदवारों में धनंजय महतो, सुनील महतो व सुधीर महतो का देहांत हो चुका है जबकि हिकिम चंद्र महतो चुनावी राजनीति से संन्यास ले चुके हैं। विद्युत वरण महतो भी यह क्षेत्र छोड़ चुके हैं।

ईचागढ़ क्षेत्र में रोचक मोड़ पर पहुंचा विधानसभा चुनाव

विधानसभा चुनाव के दौरान ईचागढ़ में पूरे राज्य की नजर रहती है। हॉट सीटों में से एक कहे जानेवाले ईचागढ़ का हर चुनाव रोचक रहा है। यहां के मतदाताओं का मिजाज भी अन्य क्षेत्र के मतदाताओं से जुदा रहा है। परिवर्तन और कुछ नया करने का जनादेश देने वाले मतदाता चुनाव में कई दिग्गजों को धराशायी कर चुके हैं।

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