यहां 500 रुपये में घुसपैठिये बन जाते हैं भारत के नागरिक
फर्जी वोटर कार्ड के आधार पर पासपोर्ट भी बन रहे हैं, जिसके जरिये घुसपैठिये विदेश जा रहे हैं।
जमशेदपुर, मनोज सिंह। राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और घुसपैठियों की पहचान व उन्हें खदेड़े जाने की बहस जोरों पर है। सख्ती की बात कही जा रही है। जबकि जमशेदपुर में धड़ल्ले से सिर्फ 500 रुपये में नागरिकता का सुबूत वोटर कार्ड बनाया जा रहा है। इस फर्जी वोटर कार्ड के आधार पर घुसपैठिये नागरिक बन जाते हैं। इसके आधार पर घुसपैठिये असली आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनवाकर सरकारी सुविधा भी लेते हैं। इन फर्जी वोटर कार्ड के आधार पर पासपोर्ट भी बन रहे हैं, जिसके जरिये घुसपैठिये विदेश जा रहे हैं।
जमशेदपुर में नया कोर्ट व पुराने कोर्ट परिसर में फर्जी वोटर आइकार्ड, आधार कार्ड बनवाने वाले गिरोह सक्रिय हैं। कोई भी अनजान व्यक्ति 200 रुपये में पुराने कोर्ट परिसर के पास आसानी से फर्जी लाइसेंस बनवा सकता है। जबकि 500 रुपये देकर नए कोर्ट परिसर के पास फर्जी आधार कार्ड व वोटर आइकार्ड बनवाया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ 24 घंटे का समय चाहिए। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिवक्ता ने बताया कि कोर्ट परिसर में फर्जी वोटर कार्ड व आधार कार्ड बनवाने वाले गिरोह के सदस्य घुमते रहते हैं। जब भी किसी अधिवक्ता को तत्काल जमानतदार की जरूरत होती है, वह गिरोह के सदस्य से संपर्क करते हैं। गिरोह के लोग तत्काल जमानतदार उपलब्ध करा देते हैं। इसके एवज में एक जमानतदार के लिए 1000 रुपये लेते हैं।
मकदमपुर में बनाए जाते हैं फर्जी वीजा
शहर के उपनगरीय इलाके मकदमपुर में फर्जी वीजा भी बनाया जाता है। इस बात का पर्दाफाश परसुडीह थाने में ठगी की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद हुआ। कपाली के रहने वाले बबलू अंसारी ने मकदमपुर निवासी सद्दाम उर्फ बल्ला, अफजल तथा शाहरुख के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कराया। बबलू अंसारी ने अपनी शिकायत में बताया कि मकदमपुर निवासी सद्दाम, अफजल तथा शाहरुख ने डेढ़ लाख रुपये लेकर दुबई जाने का वीजा और एयर टिकट दिया। 30 जून, 2018 को मुंबई पहुंचे तो टिकट व वीजा दोनों नकली निकला। पुलिस को बबलू अंसारी ने बताया था कि वह फेसबुक के जरिये इन लोगों के संर्पक में आया था।
कोर्ट परिसर के आसपास फर्जी वोटर कार्ड, आधार कार्ड बनाने का काम चलने की सूचना है। मैंने खुद फर्जी कागजात व आइकार्ड बनाने वाले को पकड़कर पूर्व उपायुक्त डॉ. अमिताभ कौशल को सौंपा था, लेकिन इस मामले में जांच ठंडे बस्ते में है।
- अनिल कुमार तिवारी, महासचिव, जमशेदपुर बार एसोसिएशन।