Navratra Diet Chart : नवरात्र में मधुमेह रोगी कट्टू के आटा की रोटी खाएं, ज्यादा तली हुई चीजें न खाएं

नवरात्र पर मरीजों को खास सावधानी बरतनी चाहिए। डायटिशियन अन्नु सिन्हा बताती है कि खासकर मधुमेह व किडनी की बीमारी से जूझ रहें मरीजों को डाइट चार्ट बनाकर कट्टू के आटे की रोटी खानी चाहिए। साथ ही शाम को भूना मखाना और सब्जी का सूप पीना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Sep 2022 08:00 AM (IST) Updated:Tue, 27 Sep 2022 08:00 AM (IST)
Navratra Diet Chart : नवरात्र में मधुमेह रोगी कट्टू के आटा की रोटी खाएं, ज्यादा तली हुई चीजें न खाएं
इस खबर को प्रदर्शित करने के लिए डायटिशियन अन्नु सिन्हा की फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान लोग नौ दिन तक उपवास करते हैं। इसमें मधुमेह, ब्लड प्रेशर व किडनी के मरीज भी शामिल होते हैं। वैसे लोगों को इस दौरान विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। कई लोग जिनकी दवा चलती है वे खाना बंद कर देते हैं, जो नुकसान कर देता है। वहीं, खान-पान के माध्यम से भी नौ दिन तक मधुमेह व ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखा जा सकता है। इसके लिए अलग-अलग डाइट लेना होता है। व्रत के दौरान अधिकांश लोग साबूदाना की खीर, आलू के चिप्स व पापड़ खाते हैं जिससे मधुमेह व ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है। वहीं, तली हुई तीजों की जगह पर कम तली हुई या भाप से बनी चीजों को खाना ज्यादा बेहतर है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल के डायटीशियन अन्नू सिन्हा ने बताया कि मधुमेह रोगियों को कट्टू या सिंघाड़े का आटा की रोटी खाने चाहिए। इसे पचने में समय लगते हैं। साथ ही, इससे मधुमेह व ब्लड प्रेशर के मरीजों को कोई खतरा नहीं होता है। वहीं, दूध, दही या पनीर लेना चाहिए। तली हुई व्यंजन को कम से कम खाएं। ताकि गैस की समस्या नहीं हो। कम कैलोरी वाली पेय जैसे ग्रीन ट्री, नींबू पानी, छाछ, जलजीरा व धनिया सूप आदि ले सकते हैं। हरे पत्ते या दानेदार अनाज की चटनी जैसे पोस्तु, टमाटर की चटनी, कच्चे केले कि छिलके की चटनी से शरीर में स्फूर्ति बनाए रखता है।

इस तरह होनी चाहिए डाइट चाट

- सुबह : एक ग्लास गर्म पानी (बीपी वाले सामान्य पानी) व आधा मुट्ठी मिक्स ड्राईफूट

- नाश्ता : दो कट्टू पनीर रोटी, एक चम्मच धनिया चटनी।

- सुबह 11 बजे : फल (सेब व पपीता), सौंफ और धनिया पानी।

- दोपहर का भोजन : समा चावल के साथ एक कटोरी बेसन का कढ़ी।

- शाम : भूना मखाना, सब्जी का सूप।

- रात में : रोटी (कट्टू, राजगीर, मड़ुआ, ज्वार की रोटी कोई भी ले सकते हैं। हरी सब्जी में शकरकंद ले सकते हैं।

कोट ::

व्रत के दौरान खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। मधुमेह, ब्लड प्रेशर, किडनी सहित अन्य रोगियों के लिए अलग-अलग डाइट चाट होता है। उसका सेवन करने से परेशानी नहीं होती है।

- अन्नु सिन्हा, डायटिशियन, एमजीएम।

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