पूर्वी सिंहभूम जिले के चार आयुष चिकित्सकों पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्रवाई, ये है वजह Jsmshedpur News
Ayush Doctor. सिविल सर्जन डा. आरएन झा ने चार आयुष चिकित्सक डा. सैयद्दा के खानम डा. सोमा मांझी डा. सबिया कौसर और डा. इफानउल्लाहू को विरमित किया था लेकिन अभी तक इसमें से किसी ने भी अपनी ड्यूटी स्थल पर योगदान नहीं दिया है।
जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात आयुष चिकित्सकों की सेवा ली जा रही थी। लेकिन, अब कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है।
इसे देखते हुए 22 अक्टूबर को सिविल सर्जन डा. आरएन झा ने चार आयुष चिकित्सक डा. सैयद्दा के खानम, डा. सोमा मांझी, डा. सबिया कौसर और डा. इफानउल्लाहू को विरमित किया था लेकिन, अभी तक इसमें से किसी ने भी अपनी ड्यूटी स्थल पर योगदान नहीं दिया है। सिविल सर्जन ने इस मामले को गंभीरता लेते हुए सभी को योगदान देने के साथ-साथ कोरोना पर भी नजर रखने की हिदायत दी है।
जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करने का आरोप
इन चिकित्सकों पर जिम्मेवारी का निर्वाह नहीं करने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती है। सिविल सर्जन की ओर से 22 अक्टूबर को जारी पत्र में कहा गया है कि कोविड -19 वैश्विक महामारी के प्रसार के रोकथाम के लिए आयुष चिकित्सकों को कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था पर अभी संक्रमितों की संख्या कम हो गई है। वहीं चिकित्सकों के नहीं रहने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीज को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए सिविल सर्जन की ओर से डॉ. सैयद्दा के खानम, डॉ. सोमा मांझी, डॉ. सबिया कौसर और डॉ. इफानउल्लाहू को 22 अक्टूबर को ही विरमित किया गया है पर अभी तक वे पदभार ग्रहण नहीं किए हैं।