उमस भरी गर्मी में भारी पड़ रही बिजली कटौती
शहर को गुरुवार को 65 मेगावाट बिजली कम मिली। इसके चलते गैर कं
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शहर को गुरुवार को 65 मेगावाट बिजली कम मिली। इसके चलते गैर कंपनी इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई और सुबह से लेकर रात भर लोड शेडिंग का दौर चला। मानगो, जुगसलाई, बिरसानगर, छोटा गोविंदपुर, सरजामदा, करनडीह, शास्त्रीनगर आदि इलाकों में रात भर बिजली आती-जाती रही। बिजली की आंख-मिचौनी से लोग ठीक से सो नहीं सके। प्रदेश के पावर प्लाटों में आई दिक्कत से बिजली व्यवस्था पटरी से उतरी है। मामले का हल निकलने की उम्मीद कम ही है।
तेनुघाट थर्मल पावर प्लांट और सिकदिरी हाइडल पावर स्टेशन की एक-एक उत्पादन इकाई बंद होने से बिजली उत्पादन कम हुआ है। इस वजह से सभी जिलों को कम बिजली दी जा रही है। सेंट्रल पूल से मिली बिजली से ही राज्य का काम चल रहा है। जमशेदपुर को अभी 126 मेगावाट बिजली चाहिए। लेकिन, शहर को महज 68 मेगावाट के करीब ही बिजली मिली। इस वजह से शहर में जबर्दस्त बिजली कटौती शुरू हुई जो रात भर जारी रही। गैर कंपनी इलाकों में बारी-बारी से पांच से छह घंटे तक की कटौती की गई। मानगो, जुगसलाई, बिरसानगर, छोटा गोविंदपुर, सरजामदा, करनडीह, शास्त्रीनगर आदि इलाकों में अगर एक घंटे बिजली रहती तो ढ़ाई घंटे गायब रहती। सबसे ज्यादा बिजली कटौती मानगो, शास्त्रीनगर और छोटा गोविंदपुर में रही। मानगो के डिमना रोड पर सुबह छह बजे से एक घंटे तक और इसके बाद आठ बजे से एक घंटे तक बिजली गुल रही। जबकि, बिरसानगर और जुगसलाई आदि इलाके में कम कटौती की गई। गुरुवार को शाम पांच बजे तक शहर को 55 मेगावाट बिजली मिली। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने इस बिजली से हर इलाके में थोड़ी-बहुत बिजली कटौती कर काम चलाया। लेकिन, शाम से बिजली कटौती शुरू हो गई। एसएलडीसी (राज्य लोड डिस्पैच सेंटर ) से लोड शेडिंग का मैसेज आ गया। शाम पांच बजे के बाद शहर को महज 30 से 40 मेगावाट के आसपास ही बिजली मिली। इसके चलते बड़े पैमाने पर बिजली कटौती शुरू हुई जो रात भर जारी रही। मानगो के राजेश कुमार का कहना है कि सरकार को बिजली उत्पादन को ठीक करना चाहिए। अगर प्लांट की इकाइयां काम नहीं कर रही हैं तो उन्हें जल्द दुरुस्त किया जाए ताकि जनता चैन से सो सके। शास्त्रीनगर के राजेश पाठक का कहना है कि शाम से बिजली कटौती हुई तो रात भर ऐसा ही चलता रहा। इस भीषण गर्मी में लोग परेशान रहे।
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डिमना व मानगो से गायब रही बत्ती गुरुवार की शाम को भी डिमना और मानगो में ब्रेक डाउन रहा। इन इलाकों में बत्ती गायब रही। शाम को यहां अंधेरा रहा। कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि फाल्ट की तलाश कर इसे दुरुस्त किया गया तब जाकर बिजली बहाल हो सकी।
------------------------ फेल हो गया था बालीगुमा ग्रिड
मंगलवार को बालीगुमा ग्रिड फेल हो गया था। इस वजह से कुंवर बस्ती समेत मानगो के अन्य इलाकों में बिजली गायब रही। लोग परेशान रहे। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के इंजीनियरों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद फाल्ट की तलाश की। इसके बाद बालीगुमा ग्रिड ठीक हो सका।
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कहां कितनी मांग आपूर्ति (मेगावाट में)
मानगो- 17, आठ
पारडीह कालीमंदिर- 21, 12
उलियान- 12, सात
बिरसानगर- 14, आठ
छोटा गोविंदपुर- 17, नौ
करनडीह- 14, सात
जुगसलाई -17, नौ
शास्त्रीनगर- 14, आठ