डेंगू से सहमा शहर, 19 संदिग्ध मरीज मिले

संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : डेंगू से शहर सहम गया है। बेकाबू हुआ डेंगू घाघीडीह सेंट्रल जेल तक

By Edited By: Publish:Sat, 20 Aug 2016 02:47 AM (IST) Updated:Sat, 20 Aug 2016 02:47 AM (IST)
डेंगू से सहमा शहर, 19 संदिग्ध मरीज मिले

संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : डेंगू से शहर सहम गया है। बेकाबू हुआ डेंगू घाघीडीह सेंट्रल जेल तक पांव पसार चुका है। शुक्रवार को डेंगू के 19 व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) के चार संदिग्ध मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है। सभी पीड़ितों का इलाज टीएमएच व एमजीएम अस्पताल में चल रहा है। घाघीडीह जेल के एक कैदी में भी डेंगू के लक्षण पाए गए हैं। ये मरीज भालूबासा, आदित्यपुर, सिदगोड़ा स्थित रोड नंबर-20, मनीफीट, सोनारी स्थित संगम बिहार, एग्रिको, परसुडीह, साकची, धतकीडीह, गम्हरिया, ह्यूंमपाइप स्थित इंद्रानगर, कदमा स्थित उलियान, न्यू बारीडीह स्थित पार्वती रोड सहित अन्य इलाकों के हैं।

वहीं जादूगोड़ा, गम्हरिया व गोलमुरी में जापानी इंसेफ्लाइटिस के मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी पीड़ितों के खून के नमूने लेकर जांच को एमजीएम कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेज दिया है। एक साथ करीब दो दर्जन नये मामले सामने आने पर स्वास्थ्य कर्मचारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किया गया है। प्रभावित इलाकों में बड़े पैमाने पर एंटी लार्वा का छिड़काव होगा व जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। हेल्पलाइन नंबर 0657-2317223, 2234749 भी जारी किया गया है ताकि किसी व्यक्ति या मरीज को जरूरत पड़ने पर वह सीधे संपर्क कर सके। जिले में अबतक कुल 14 मरीजों के डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि हो चुकी है। एक की मौत हो चुकी है।

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एमजीएम में किट खत्म, चाईबासा से आया

एमजीएम कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी लैब में डेंगू जांच के किट खत्म होने से मरीजों की जान पर बन आई है। हालांकि, सर्विलांस विभाग ने इमरजेंसी बताते हुए किसी तरह चाईबासा से एक बॉक्स कीट जुगाड़ किया है ताकि मरीजों की चिकित्सा में किसी तरह की परेशानी न हो। किट खत्म होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दो सप्ताह पूर्व ही दी गई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।

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मेडिकेटेड मच्छरदानी में रहेंगे डेंगू मरीज

डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एमजीएम अस्पताल प्रबंधन भी अलर्ट हो गया है। डेंगू से संबंधित सभी मरीजों को मेडिकेटेड मच्छरदानी में रखने का सख्त निर्देश दिया गया है। इमरजेंसी में पांच व मेडिकल वार्ड में 10 मच्छरदानी उपलब्ध कराया गया है। हालांकि, जिला स्तर पर अबतक मेडिकेटेड मच्छरदानी नहीं पहुंच सकी है। राज्य सरकार ने मलेरिया जोन वाले प्रदेश के 52 प्रखंडों का चयन किया है। इनमें पूर्वी सिंहभूम जिले से मुसाबनी व डुमरिया शामिल हैं, जहां पर मेडिकेटेड मच्छरदानी बांटी जानी है।

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'डेंगू पीड़ितों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। इसके लिए सभी को अलर्ट किया गया है। डेंगू का लक्षण मिलते ही चिकित्सक से दिखाएं। हेल्प लाइन नंबर पर भी मदद ले सकते हैं।'

- डॉ. साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी

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