जुस्को श्रमिक यूनियन चुनाव रोकने की फिर उठी मांग, को-ऑप्‍शन पर सवाल Jamshedpur News

जुस्को श्रमिक यूनियन में एक बार फिर चुनाव पर रोक लगाने की मांग उठी है। यूनियन में फरवरी 2020 में आम सभा हुई थी। इसे लेकर यूनियन के कुछ सदस्यों ने उप श्रमायुक्त से शिकायत की थी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 12:47 PM (IST) Updated:Tue, 16 Jun 2020 02:52 PM (IST)
जुस्को श्रमिक यूनियन चुनाव रोकने की फिर उठी मांग, को-ऑप्‍शन पर सवाल Jamshedpur News
जुस्को श्रमिक यूनियन चुनाव रोकने की फिर उठी मांग, को-ऑप्‍शन पर सवाल Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  जुस्को श्रमिक यूनियन में एक बार फिर चुनाव पर रोक लगाने की मांग उठी है। यूनियन में फरवरी 2020 में आम सभा हुई थी। इसे लेकर यूनियन के कुछ सदस्यों ने उप श्रमायुक्त से शिकायत की थी।  एक बार फ‍िर मामला उपायुक्‍त के समक्ष रखते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। 

शिकायतकर्ताओं ने उपश्रमायुक्त को वीडियो और फोटो उपलब्ध कराते हुए आरोप लगाए थे कि जिस यूनियन सदस्य का को-ऑप्शन होना था, उन्होंने ही पूरी सभा का संचालन किया। खुद ही आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। जबकि यूनियन का संविधान कहता है कि जिसका को-ऑप्शन होना है वे सभा में शामिल नहीं हो सकते हैं। लेकिन निवर्तमान यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय खुद ने ही सभा का संचालन किया। पिछले दिनों यूनियन की ओर से एक बार फिर यूनियन में चुनाव कराने के लिए उपायुक्त से अनुमति मांगी गई। इसके विरोध में यूनियन के पूर्व महासचिव एसएल दास उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर चुनाव पर रोक लगाने और पूर्व में हुई आम सभा को गलत तरीके से कराने के लिए रघुनाथ पांडेय और चुनाव पर्यवेक्षक अश्विनी माथन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

यूनियन में हैं 800 से ज्‍यादा सदस्‍य

जुस्‍को श्रमिक यूनियन में 800 से ज्यादा सदस्य हैं। यूनियन के पूर्व महासचिव एसएल दास सोमवार को भी उपायुक्त से मिले और को-ऑप्‍शन में यूनियन के संविधान को ताक पर रखने के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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