बहादुरी ने बिरथरे को दिलाए कई सम्मान, ये रिकार्ड हैं इनके नाम

Amoop bithare. नक्सलियों से लोहा लेना हो या अपराधियों को दुरुस्त करना या फिर बेहतर पुलिसिंग, हर काम मनयोग से करने के लिए मशहूर हैं पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी अनूप बिरथरे।

By Edited By: Publish:Fri, 25 Jan 2019 08:15 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jan 2019 01:00 PM (IST)
बहादुरी ने बिरथरे को दिलाए कई सम्मान, ये रिकार्ड हैं इनके नाम
बहादुरी ने बिरथरे को दिलाए कई सम्मान, ये रिकार्ड हैं इनके नाम

जमशेदपुर [मनोज सिंह]। नक्सलियों से लोहा लेना हो या अपराधियों को दुरुस्त करना या फिर बेहतर पुलिसिंग, हर काम मनयोग से करने के लिए मशहूर हैं पूर्वी सिंहभूम जिले के एसएसपी अनूप बिरथरे। बहादुरी के कारण ही उन्हें कई बार सम्मान व पुरस्कार मिल चुके हैं।

झारखंड स्थापना दिवस पर रांची में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उन्हें झारखंड पुलिस मेडल पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। यह पुरस्कार दस वर्ष बेदाग सेवा देने वाले पुलिस अधिकारियों को दिया जाता है। इसके अलावा अनूप बिरथरे इंटरनल सिक्यूरिटी मेडल से भी नवाजे जा चुके हैं। कई नक्सलियों और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने वाले इस बहादुर पुलिस अफसर को सीएम रघुवर दास वीरता पुरस्कार भी दे चुके हैं। एक साल में 152 मामलों का खुलासा

जमशेदपुर पुलिस को बीते एक साल में विभिन्न प्रकार के छोटे बड़े 152 मामलों का खुलासा करने में सफलता प्राप्त हुई। इन प्रमुख मामलों में आठ मार्च 2018 को कुख्यात अखिलेश सिंह के साथी झामुमो नेता और पेशे से ट्रांसपोर्टर उपेंद्र सिंह की हत्या में शामिल हरिश कुमार सिंह उर्फ छोटू की गिरफ्तारी है। पुलिस ने पटना में वेश बदल कर रह रहे अपराधी हरिश सिंह को दबोचा था। इसी तरह चार मई 2018 को साकची पुलिस ने कुख्यात अखिलेश सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने वाले मकदमपुर निवासी चिंकू उर्फ अख्तर को गिरफ्तार किया था। सोनारी थाना क्षेत्र में 28 मई को सूरज यादव को गोली मारने वाले कुख्यात विकास सिंह उर्फ हेते की गिरफ्तारी उल्लेखनीय है।

आइपीएल में सट्टेबाजी का खुलासा

आइपीएल क्रिकेट मैच के दौरान शहर में बड़े पैमाने पर सट्टाबाजी का उदभेदन भी 16 मई 2018 को इन्होंने ही किया था। परवेज अहमद नामक व्यक्ति से 26 लाख रुपये नकद, 390 ग्राम सोना, गाड़ी व एटीएम बरामद हुआ था। खैर, ससमय कार्यालय आनेवाले अनूप बिरथरे धुन के पक्के हैं। जो ठान लेते हैं, उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। यही वजह है कि नक्सली व अपराधी खौफ खाते हैं। वे कहते हैं कि पुलिस जनता की सेवा के लिए है। पुलिस को देखकर जनता के मन में डर पैदा नहीं होना चाहिए। अपराधी को पुलिस से डरना चाहिए।

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