नरसिंहगढ़ साप्ताहिक हाट में किया जाएगा कोरोना जांच

प्रखंड में कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन को लेकर बीएलटीएफ की बैठक एक्सीडेंट कमांडर सह बीडीओ शालिनी खलको की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित की गई। बैठक में एनईपी के निदेशक ज्योत्सना सिंह प्रभारी थाना प्रभारी तरुण कुमार प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. ज्ञानेंद्र प्रसाद अखोरी बीपीओ राखाल चंद्र पाल बीपीएम अभय कुमार उपस्थित थे..

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 01:52 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 01:52 AM (IST)
नरसिंहगढ़ साप्ताहिक हाट में किया जाएगा कोरोना जांच
नरसिंहगढ़ साप्ताहिक हाट में किया जाएगा कोरोना जांच

संसू, धालभूमगढ़ : प्रखंड में कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन को लेकर बीएलटीएफ की बैठक एक्सीडेंट कमांडर सह बीडीओ शालिनी खलको की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित की गई। बैठक में एनईपी के निदेशक ज्योत्सना सिंह, प्रभारी थाना प्रभारी तरुण कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. ज्ञानेंद्र प्रसाद अखोरी, बीपीओ राखाल चंद्र पाल, बीपीएम अभय कुमार उपस्थित थे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नरसिंहगढ़ साप्ताहिक हाट में कोरोना जांच किया जाएगा। बिना मास्क वालों की धरपकड़ की जाएगी। साथ ही साथ दुकानदारों पर निगरानी की जाएगी। बेवजह लोगों को आने-जाने पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए नरसिंहगढ़ व धालभूमगढ़ में प्रचार-प्रसाद किया गया। बैठक में बीडीओ ने बीपीओ रामनरेश राम को निर्देश दिया कि सभी सरकारी शिक्षक एवं पारा शिक्षक एवं बीआरसी के सभी कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देना सुनिश्चित करें। अन्यथा उनका वेतन रोका जाए। साथ ही साथ पेट्रोल पंप, सभी बैंक शाखाओं, चावल मिलों एवं दुकानदारों को नोटिस दिया जाएगा कि वे जल्द से जल्द कोरोना जांच कराकर प्रमाण पत्र सौंपे। इसके अलावा पावड़ा नरसिंहगढ़ पंचायत भवन स्थित 50 बेउ वाले एएनएम छात्रावास को क्वारंटाइन सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया। केजीबीवी मोहुलीशोल में छात्राओं का कोविड टेस्ट कराने का आदेश बीईईओ एवं स्वास्थ्य विभाग को दिया। कैनाल का फाटक बंद करने को मुखिया ने डीसी को भेजा आवेदन : हल्दीपोखर पश्चिम में बनी कैनाल में करोड़ों खर्च के बाद वर्षो बीत चुके हैं लेकिन किसानों को फायदा नहीं हुआ बल्कि परेशान हो गए हैं। इसको लेकर मुखिया ने उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर फाटक बंद करने का आग्रह किया है। पंचायत के मुखिया सैयद जबीउल्ला ने बताया कि 4-5 साल पहले कैनाल का निर्माण किया गया लेकिन पानी अब तक नहीं छोड़ा गया है। वहीं कई जगह दरारें भी आ चुकी हैं लेकिन किसानों को फायदा नहीं पहुंचा। इस कैनाल के बनने से किसानों को एक उम्मीद थी कि पानी आने से दो फसल ले पाएंगे मगर फाटक खुला होने से बारिश के दिनों में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है क्योंकि सारा पानी रोड से होकर बहता रहता है। इस संबंध में उपायुक्त को ग्रामीणों द्वारा एक लिखित आवेदन दिया गया इसके बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है। ग्रामीणों का कहना है कि इस कैनाल के शुरू हो जाने से सैकड़ों किसानों को इस योजना का लाभ मिल पाएगा।

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