स्थायीकरण की मांग टीएसपीडीएल के ठेकाकर्मियों ने किया टूल डाउन स्ट्राइक Jamshedpur News

ठेका कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले छह वर्षो से कंपनी में कार्यरत हैं और श्रम कानून के नियमों के तहत कंपनी प्रबंधन को उन्हें स्थायी करना है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 10:23 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 10:23 PM (IST)
स्थायीकरण की मांग टीएसपीडीएल के ठेकाकर्मियों ने किया टूल डाउन स्ट्राइक Jamshedpur News
स्थायीकरण की मांग टीएसपीडीएल के ठेकाकर्मियों ने किया टूल डाउन स्ट्राइक Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीएसपीडीएल) की टयूब डिविजन स्थित डिमेग यूनिट में स्थायीकरण की मांग को लेकर ठेका कर्मचारियों ने टूल डाउन स्ट्राइक कर दिया। इसके कारण प्रतिदिन टाटा स्टील से आने वाले 800 से एक हजार टन कॉइल की कटिंग व पैकिंग नहीं हो पाई। 

ठेका कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले छह वर्षो से कंपनी में कार्यरत हैं और श्रम कानून के नियमों के तहत कंपनी प्रबंधन को उन्हें स्थायी करना है।

अगस्त 2019 में भी ठेका कर्मचारियों ने टूल डाउन स्ट्राइक कर इस मामले को उठाया था। तब कंपनी के महाप्रबंधक अश्विनी कुमार व यूनियन नेता राकेश्वर पांडेय ने पूरे मामले में पहल करने के लिए दो माह की मोहलत मांगी थी। लेकिन पांच माह बीतने के बावजूद कोई पहल नहीं होने से नाराज कर्मचारियों ने बुधवार को टूल डाउन स्ट्राइक कर दिया।

इसके कारण बुधवार को तीनों शिफ्ट में कामकाज प्रभावित रहा। वहीं, कर्मचारियों का आक्रोश इस बात से ज्यादा रहा कि टूल डाउन स्ट्राइक की जानकारी मिलने के बावजूद कोई भी अधिकारी उनसे बातचीत करने नहीं आया। ऐसे में नाराज कर्मचारियों ने गुरुवार को अपने टूल डाउन स्ट्राइक को उग्र करते हुए भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। इस मामले में कंपनी प्रबंधन का पक्ष लेने के लिए एचआर अधिकारी शेखर झा को उनके मोबाइल पर फोन व एसएमएस किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। 

सिक्योरिटी गार्ड के साथ हुई तू-तू, मैं-मैं

टूल डाउन स्ट्राइक के साथ ही ठेका कर्मचारियों ने कैंटीन का भी बहिष्कार कर दिया। ऐसे में कुछ कर्मचारी बाहर से खाने-पीने का कुछ सामान लेकर कंपनी गेट से प्रवेश कर रहे थे जिसे वहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने रोकने का प्रयास किया। जिससे कर्मचारियों और सिक्योरिटी में तैनात जवानों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो गई। 

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