दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन

दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र भवन में दो दिवसीय मशरूम की खेती को लेकर दिया जा रहा प्रशिक्षण का समापन शनिवार को हो गया। प्रशिक्षण में घाटशिला मुसाबनी और मशेदपुर के 15 किसान शामिल थे। किसानों को धान का पुआल एवं घिगरी प्रजाति के मशरूम का प्रशिक्षण दिया गया..

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 12:02 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 12:02 AM (IST)
दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन

संसू, गालूडीह : दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र भवन में दो दिवसीय मशरूम की खेती को लेकर दिया जा रहा प्रशिक्षण का समापन शनिवार को हो गया। प्रशिक्षण में घाटशिला, मुसाबनी और मशेदपुर के 15 किसान शामिल थे। किसानों को धान का पुआल एवं घिगरी प्रजाति के मशरूम का प्रशिक्षण दिया गया। केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डा आरती बीना एक्का ने किसान को मशरूम उत्पादन विधि, रख-रखाव, सावधानी बरतने की जानकारी दी। वैज्ञानिक डा आरती बीना ने बताया कि मशरूम खेती में काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। इसमें खर्च कम और फायदा ज्यादा है। धान पुआल 15 दिन में एवं घिगरी मशरूम 45 दिनों में तैयार हो जाता है।

chat bot
आपका साथी