कॉलेज शिक्षा, संस्कार और संस्कृति का केंद्र : रेखा

हजारीबाग : जीवन परिवर्तनशील है। मिलना और बिछुड़ना प्रगति का सूचक है। भविष्य के निर्माण के लिए वर्तमा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Feb 2017 06:10 PM (IST) Updated:Sat, 25 Feb 2017 06:10 PM (IST)
कॉलेज शिक्षा, संस्कार और संस्कृति का केंद्र : रेखा
कॉलेज शिक्षा, संस्कार और संस्कृति का केंद्र : रेखा

हजारीबाग : जीवन परिवर्तनशील है। मिलना और बिछुड़ना प्रगति का सूचक है। भविष्य के निर्माण के लिए वर्तमान को नए स्वरूप में अंगीकार करना ही विवेक की निशानी है। यह बातें केबी महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रेखा रानी ने शनिवार को वाणिज्य विभाग में कॉमर्स खंड तीन की छात्राओं को सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में ही।

प्राचार्या ने कहा कि महाविद्यालय शिक्षा, संस्कार और संस्कृति का केंद्र होता है। विद्यार्थी उसके वाहक बनकर समाज की सेवा विभिन्न तरीकों से करते हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र सिन्हा ने कहा कि बेटी राष्ट्र की अमूल्य निधि होती हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के कथन को साकार करना प्रत्येक बुद्धिजीवी का परम कर्तव्य है।

मौके पर डॉ. बीडी त्रिवेदी, प्रो. धनंजय रूद्र समेत कई शिक्षकों ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन निशाद और करिश्मा ने संयुक्त रूप से की। पूजा, बबिता, मनीशा, खुशबू और शालू ने ग्रुप डांस प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रविना, पूनम और अंकिता ने तनमन से सहयोग किया।

मिस फेयरवेल का खिताब रूबिना आलम, मिस पंक्चुअल, नेहा कुमारी तथा मिस सिनसिपर नमिता रानी को मिली। वंदना के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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