Hazaribagh News: बेडम जंगल से नर कंकाल बरामद, NSPM गिरोह के दो सदस्यों के रूप में हुई पहचान
एनएसपीएम गिरोह के सरगना उमेश गिरी के इशारे पर गिरोह के लोगों ने अपने ही गिरोह के 22 वर्षीय संजीत कुमार तिवारी तथा उमेश मंडल की हत्या कर बेडम के चुनाखान जंगल में फेंक दिया। हत्या जनवरी में की गई थी और कारण बना था लेवी के पैसे का विवाद।
हजारीबाग, जागरण संवाददाता। लेवी को लेकर बगोदर, विष्णुगढ़ और सरिया में आतंक का पर्याय बन चुके एनएसपीएम गिरोह के सरगना उमेश गिरी के इशारे पर गिरोह के लोगों ने अपने ही गिरोह के 22 वर्षीय संजीत कुमार तिवारी तथा उमेश मंडल की हत्या कर बेडम के चुनाखान जंगल में फेंक दिया था। हत्या जनवरी में की गई थी और कारण बना था लेवी के पैसे का विवाद।
गिरफ्तार अमीत तिवारी ऊर्फ डीके, राजेश कुमार महतो, पिंटु कुमार महतो, कृष्णा कुमार महतो की निशानदेही पर चुनाखान जंगल से नरकंकाल और कपड़ा बरामद किए गए हैं। संजीत के पिता ने कपड़े से अपने बेटे के शव की पहचान की है। दूसरी ओर उमेश मंडल का शव अब तक नहीं मिला है।
रुपयों के लेन देन में हुई हत्या
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि संजीत तिवारी और उमेश मंडल उसके ही सरगना के सदस्य थे। कुछ माह पूर्व रुपये के लेनदेन में उसके बीच विवाद हो गया था और उमेश गिरी के कहने पर अमीत तिवारी और राजेश महतो ने संजीत तिवारी और उमेश मंडल की हत्या कर दी थी।
इनके खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी
संजीत के पिता ने दर्ज कराई प्राथमिकी, उमेश नामजद संजीत के पिता ने एनएसपीएम के मुखिया उमेश गिरी चकचकु विष्णुगढ़ निवासी, अमित तिवारी पीरटांड़ गिरिडीह निवासी, राजेश कुमार महतो हुरलूंग चतरोचट्टी निवासी, राज कुमार गोस्वामी अलगवारा, चितरा देवघर निवासी और राहुल सिंह पिरोधा, गायघाट मुजफ्फरपुर बिहार पर उसके बेटे की हत्या कर जंगल में फेंक देने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
बगोदर पुलिस ने दी थी सूचना
अटकाडीह, थाना बगोदर, जिला गिरीडीह निवासी हरिनाथ तिवारी ने बताया कि बगोदर पुलिस की सूचना पर वे टाटीझरिया पहुंच कर आरोपितों के साथ टाटीझरिया के बेडम कोल्हुआ जंगल गए। जंगल में तिरपाल में ढक कर रखे गए शव के अंश को देखा और कपड़ों से उसकी पहचान की।