वित्रान प्रदर्शनी में बच्चों ने बनाए कई मॉडल
चौपारण केबीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित विज्ञान गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी स
चौपारण: केबीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता में प्रखंड के छ:ह विद्यालय के छात्र छात्राओं ने प्रदर्शनी में हिस्सा लिया। इनमें पांच बच्चों का चयन जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हुआ। इसमें केवीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय के अभिषेक का चयन कृषि के लिए, जबकि स्वच्छता अभियान के लिए दनुआ प्लस टू उच्च विद्यालय के रंजीत यादव का चयन हुआ । संसाधन एवं प्रबंधन के लिए प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा रुकैया बानो तथा औद्योगिक विकास के लिए कस्तूरबा गांधी विद्यालय मानगढ की छात्रा अनुपा कुमारी, परिवहन एवं संचार के लिए केबीएस्एस के छात्र अनिकेत कुमार का चयन किया गया। विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र प्रेरणा, रोहित कुमार सिंह , फातिमा, कुमारी अनिकेत, अंबिका, मनीषा, समा परवीन , पीयूष आदि के मॉडल को काफी सराहना मिली । विजेताओं का चयन सभी विद्यालयों के विज्ञान शिक्षकों के गठित टीम द्वारा किया गया। केबीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय के प्राचार्य उत्तम कुमार ने बताया कि बच्चों में विज्ञान की काफी प्रतिभा है । प्रदर्शनी में अभिषेक कुमार द्वारा रचित पोकलेन मशीन को काफी सराहना मिली । मौके पर शिक्षक उत्तम कुमार, महेश वर्णवाल, रतन कुमार, विनय रजक, ज्योति राणा, भूपेश सिंह, राजेश कुमार, महबूब आलम सहित कई उपस्थित थे।
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औपचारिकता रहा आयोजन, अधिकांश विद्यालयों ने नहीं ली रुचि:
47 वीं जवाहर लाल नेहरु राष्ट्रीय विज्ञान गणित व पर्यावरण प्रदर्शनी 2019-20 में सहभागिता के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सभी हाई स्कूल, स्थापना अनुमति प्राप्त, प्लस टू विद्यालयों को प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता में सहभागिता के लिए निर्देश दिया गया था। परंतु आयोजन में महज छ:ह विद्यालयों ने ही हिस्सा लिया। ऐसे में आयोजन महज औपचारिकता बन कर रह गई।
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रद्दी लकड़ी व पुराने सीरींज से जोड़कर बनाया पोकलेन:
केवी एसएस प्लस टू उच्च विद्यालय में अध्ययनरत छात्र अभिषेक कुमार द्वारा द्वारा टूटे हुए लकड़ी तथा पुराने सीरींज व स्लाइन सेट से बनाये गये पोकलेन ने सभी का मन जीत लिया। अभिषेक ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषयक प्रतियोगिता के लिए लकड़ी के टूकड़ों को पोकलेन का आकार दिया। इसके बाद पुराने मेडिकल सीरींज और स्लाइन सेट को जोड़कर पोकलेन को जीवंत कर दिया । साथ ही हाईवा को भी जीवंत बनाया। लकड़ी के पटरे में एक रिमोट जिसमें केवल सीरींज व स्लाइन सेट से पानी की आपूर्ति कर बड़े ही सहज से पोकलेन जीवंत होकर गतिशील हो गया। पोकलेन का अगला हिस्सा प्रदर्शन में रखे गए बालू को उठाकर हाइवा में आसानी से रखता है। बिल्कुल असली सरीखा मशीन के इस मिनी माडल को देखने विद्यालय के छात्रों के साथ शिक्षक व अभिभावक भी जुटे रहे। विज्ञान से लगाव रखने वाला अभिषेक गरीब है। पिता ठेला पर गुपचुप बेचते हैं। वह अधिक मेहनत कर आगे बढ़ना चाहता है। ऐसे में विद्यालय प्रबंधन व सरकार से सहयोग की सख्त आवश्यकता है। उसके माडल का चयन जिलास्तर के लिए कर लिया गया है।