धोबिया तालाब में अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का डंडा

संवाद सहयोगी हजारीबाग एनजीटी की सख्ती के बाद जिला प्रशासन ने सोमवार को धोबिया तालाब की जम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 09:04 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:16 AM (IST)
धोबिया तालाब में अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का डंडा
धोबिया तालाब में अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का डंडा

संवाद सहयोगी, हजारीबाग : एनजीटी की सख्ती के बाद जिला प्रशासन ने सोमवार को धोबिया तालाब की जमीन से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू कर दिया। पहले दिन तालाब के दक्षिणी छोर पर बने अपार्टमेंट की चाहरदीवारी को तोड़ दिया। तालाब में मिट्टी डाल कर बनाए गए तुलसी चबूतरा को भी हटा दिया गया। सीओ सह बीडीओ अमिताभ भगत के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। थाना प्रभारी कोर्रा अरविद कुमार सिंह स्वयं अतिक्रमण अभियान में खड़े होकर चाहरदीवारी गिराई। अतिक्रमण का जद दक्षिणी छोर के अंतिम सिरे तक है। चाहरदीवारी गिराने के बाद अपार्टमेंट के समीप बने एक कोचिग को भी गिराने की प्रक्रिया शुरु की गई, परंतु सामान होने के कारण संचालक ने समय मांगा और खुद हीं गिराने देने की बात पर उसे छोड़ दिया गया। ज्ञात हो कि 15 दिन पूर्व एनजीटी ने एक समिति का गठन कर धोबिया तालाब के समीप चल रहे सभी निर्माण कार्य को बंद करा देने का निदेश दिया था। बकायदा एक दल का गठन कर इसकी रिपोर्ट भी मांगी गई थी। एक सप्ताह पूर्व जांच रिपोर्ट भेजे जाने के बाद सोमवार से अतिकमण हटाओ अभियान चलाया गया। ज्ञात हो कि धोबिया तालाब की करीब 12 एकड़ जमीन थी। परंतु धीरे धीरे सिमट कर यह काफी छोटा हो गया है। सुनीता देवी ने एनजीटी को पत्र लिखकर तालाब को बचाने और अतिक्रमण पर रोक लगाने की मांग की थी। इस आलोक में एनजीटी ने निदेश देते हुए सभी निर्माण कार्य बंद कर कब्जा हटाने का निर्देश दिया था।

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अतिक्रमित हटाई गई जमीन पर खोदा जाए तालाब :

चाहरदीवारी तोड़ देने से अतिक्रमण मुक्त नहीं हो जाएगा, अतिक्रमणकारियों ने तालाब को भरकर निर्माण किया है। खाली कराई गई जमीन पर तालाब खोद कर इसे मुक्त कराया जाए। यह मांगे सोमवार को अतिक्रमण हटाने गए पदाधिकारियों से स्थानीय लोगों ने की है। बकायदा एक ज्ञापन सीएम और एनजीटी और उपायुक्त को इस संबंध में देने की बात कहीं है।

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