लेप्रोसी को ले नीदरलैंड से केरेडारी पहुंची जैनी व निक्की

केरेडारी प्रखंड के सीएचसी में बुधवार को दिव्यांग कुष्ठ कंबाइंड सेल्फ केयर प्रैक्टिस के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 May 2019 08:44 PM (IST) Updated:Thu, 16 May 2019 08:21 AM (IST)
लेप्रोसी को ले नीदरलैंड से केरेडारी पहुंची जैनी व निक्की
लेप्रोसी को ले नीदरलैंड से केरेडारी पहुंची जैनी व निक्की

केरेडारी: प्रखंड के सीएचसी में बुधवार को दिव्यांग कुष्ठ कंबाइंड सेल्फ केयर प्रैक्टिस के तहत दूसरे प्रशिक्षण और प्रोयोगिक करने को लेकर शिविर का आयोजन किया गया। शुभारंभ के मौके पर केंद्रीय स्तर व कुष्ठ रोग के शोधकर्ता डॉ. एसपी सुध, केरेडारी सीएचसी प्रभारी डॉ कुमार संजीव, रांची के विभागीय अधिकारियों में अरविद कुमार, सैयद तुफाइल अहमद, डॉ सुधीर आजाद, डॉ कुमार रंजन आदि थे। उन्होंने कुष्ठ रोगों के लक्षण, पहचान और उपायों की जानकारी दी। इस मौके पर डॉ सुध ने बताया कि लेप्रोसी और फाइलेरिया का इलाज संभव है चिता करने की बात नहीं है। केरेडारी में कुष्ठ रोग पर शोधकर्ता डॉ.सुध के केरेडारी

में पहुंचकर इलाज कराने की जानकारी पर नीदरलैंड की जैनी और निक्की भी कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी लेने केरेडारी पहुंची। जिसके दौरान नीदरलैंड की जैनी और निक्की ने कहा मुझे क्षमा करें हिदी बोलने नहीं आता। परन्तु केरेडारी के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां आकर अच्छा लग रहा है। नीदरलैंड में कुष्ठ की बीमारी नहीं हैं। यहां के वृद्ध लोग बहुत सच्चे हैं। वहीं डॉ संजीव

ने कहा की डॉ सुध का केरेडारी आना प्रखंडवासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। इस शिविर में दिव्यांग कुष्ठ मरीजों की पहचान के बाद केरेडारी सीएचसी में ही सेल्फ केयर के तहत सामग्रियों का वितरण किया गया और उनका प्रायोगिक तरीके से इलाज कर उन्हें घर पर कैसे प्रतिदिन

अपने दोनों पैरों के तलवे को पानी में आधा घंटा डुबोना है करके बताया गया। कुष्ठ मरीजों के लिए खुशी की बात यह है कि चिह्नित हो जाने

के बाद सामग्री भी उपलब्ध करा दी गई। मौके पर कुष्ठ प्रभारी रंजीतलाल, बीटीटी लक्ष्मी देवी, सुरेश साव, बालेश्वर प्रसाद, विजय कुमार, भोपाल सिंह, अंजू देवी, किरण देवी, पुनम देवी, सोशिला देवी समेत दर्जनों सहिया साथी उपस्थित थीं।

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