नौकरी दिलाने के नाम पर 12. 75 लाख की ठगी

इचाक : वन विभाग के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 12.75 लाख रुपये ठगी करने का मामला प्रकाश

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 May 2018 07:50 PM (IST) Updated:Thu, 24 May 2018 07:50 PM (IST)
नौकरी दिलाने के नाम पर 12. 75 लाख की ठगी
नौकरी दिलाने के नाम पर 12. 75 लाख की ठगी

इचाक : वन विभाग के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 12.75 लाख रुपये ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। ठगी का मामला इचाक थाना के उरुका गांव का है और ठग इचाक के हीं हदारी का है। पूरे मामले में अपने आप को ठगे जाने पर भुक्त भोगियों ने थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।

ठगे गए युवक उरुका गांव के आनन्द कुमार, जितेश्वर कुमार और प्रमोद कुमार हैं। वहीं ठगी का आरोपी संतोष राम (पिता जगदीश राम) है। भुक्तभोगी युवकों ने बताया कि संतोष राम दोस्तों के घर उरुका आया जाया करता था, इसी दौरान उसकी भेट आनन्द, जितेश्वर और प्रमोद से हुई। बातों बात में संतोष को पता चला की तीनों युवक फारेस्ट में नौकरी का आवेदन कर रखा है। उसने खुद को बड़ा पैरवीकार बताते हुए तीनों को नौकरी दिलाने का दावा कर डाला । युवक के झांसे में आकर नौकरी के लिए 15 लाख में मामला तय हो गया। इनमें आनन्द ने 4. 40, जितेश्वर ने 4.55 तथा प्रमोद ने 3 लाख 90 हजार दिए।

---------------------- नियुक्ति पत्र देख फर्जीवाड़ा का हुआ संदेह :

संतोष राम द्वारा नियुक्ति को लेकर भुक्तभोगियों को दिए गए फर्जी पत्र को देखकर संदेह हुआ। प्रमोद के अलावा किसी ने नियुक्ति पत्र नहीं लिया। शक होने पर 13 मई को तीनों युवक रुपये मांगने संतोष के घर गए जहां उनके साथ उसके घर वालों ने बदसलूकी की। पैसा लेने के बाद से संतोष रांची में रहने लगा है। सुचना मिलने पर वह 20 मई को इचाक आया और उरुका जाकर आनन्द से मिला। इसके बाद से वह लापता हो गया है।

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