संघर्ष करने की प्ररेणा देता है भगवान बिरसा का जीवन
संस हजारीबाग झारखंड राज्य के 20 वें स्थापना दिवस व धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन
संस, हजारीबाग : झारखंड राज्य के 20 वें स्थापना दिवस व धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन के अवसर पर जिला प्रशासन सहित विभिन्न राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य रूप् से पुरान बस स्टैंड के पास स्थितत भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर अलग अलग समय में श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। उपायुक्त आदित्य कुमार आनन्द द्वारा जिले वरीय पदाधिकारियों के साथ धरती आबा प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया। मौके पर उपायुक्त ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से हमलोग त्याग और बलिदान की प्रेरणा ले सकते हैं। उनका जीवन पर्यंत संघर्ष की गाथा हमें जीवन मे सतत प्रयत्नशील होकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने समाज को संगठित कर लोगों को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस, डीआरडीए निदेशक उमा महतो, एनडीसी डेविड बालिहार समेत कई पदाधिकारियों व कर्मियों ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
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भगवान बिरसा हमारे आदर्श व प्ररेणास्त्रोत : महेन्द्र बैक
हजारीबाग : भगवान बिरसा के जन्मदिन के अवसर पर आदिवासी केंद्रीय सरना समिति के द्वारा शहर के पुराना बस स्टैंड के समीप धरती उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं नमन किया गया। साथ ही इस अवसर पर लोगों ने झारखंड स्थापना दिवस भी पूरे हर्षोल्लास के साथ मांदर के ताल पर आयोजित किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में आदिवासी केंद्रीय समिति हजारीबाग एवं यंगब्लड आदिवासी समाज का महत्वूपर्ण योगदान रहा। भगवान बिरसा जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदिवासी केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष महेंद्र बैक ने कहा कि इस स्थापना दिवस का महत्व झारखंड विधानसभा से सरना आदिवासी धर्म का प्रस्ताव के पास किए जाने से बढ गया है। इसे लिए सरना समिति हेमंत सरकार एवं उसके सभी कैबिनेट मंत्री सभी विधायक, सांसद एवं विपक्षियों पार्टी का आभार प्रकट करता है। बंधन एक्का ने कहा कि वास्तव में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड के आदिवासियों के पहचान एवं संस्कृति को बचाने के लिए एक महान कार्य किया है। जबकि इस अवसर पर जितवाहन भगत, महेंद्र कुजूर, मनोज टुडू आदि मौजूद थे।
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आदिवासी छात्र संघ ने अर्पित किया श्रद्धा सुमन
हजारीबाग : भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड स्थापना दिवस समारोह का आयोजन आदिवासी छात्र संघ हजारीबाग समिति के द्वारा किया गया।इस मौके पर अध्यक्ष विक्की कुमार धान के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा को माल्यार्पण कर शत शत नमन किया।
कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी ऐसे जननायक थे जिन्होंने अपने अथक परिश्रम और क्रांतिकारी विचारों से आदिवासी समाज के उत्थान व उनके शक्ति करण के लिए भागीरथ प्रयास किए उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान जैसे एक ऐतिहासिक आंदोलन की शुरुआत की अपने कार्यों के लिए वह धरती बाबा के नाम से भी प्रख्यात हुए।
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झारखण्ड गठन के 20 वर्ष बाद भी युवा अशिक्षा और बेरोजगारी का झेल रहा दंश
हजारीबाग : ऑल इंडिया डीएसओ हजारीबाग जिला कमिटी द्वारा स्थानीय बिरसा मुंडा चौक पर उलगुलान के नायक बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया। माल्यार्पण के बाद प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष कुमार ने कहा कि बिरसा मुंडा का योगदान भारतीय इतिहास में अमूल्य है। धरती आबा के के नाम से प्रचलित बिरसा मुंडा ने अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह किया। इतिहास में इसे उलगुलान के नाम से जाना जाता है। आज झारखंड स्थापना के 20 वर्ष पूरे हो गए इसके बाद भी झारखंड के युवा नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। आज बिरसा मुंडा के विचारों को फैलाने की, उनके सपनों को पूरा करने की जरूरत है। आदिवासी संस्कृति रक्षा के लिए लिए सरकार को जरूरी कदम उठाने की जरूरत है। आज के कार्यक्रम में में जिला अध्यक्ष जीवन यादव, उपाध्यक्ष मो. फजल साकिब, शेखर, ज्ञानचंद, राजेश, नीतू आदि उपस्थित थे।
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स्वयंसेवकों ने मनाया झारखंड स्थापना दिवस और बिरसा जयंती
हजारीबाग : राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई- 1, संत कोलंबा महाविद्यालयके कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सरिता सिंह ने झारखंड राज्य स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के शुभ अवसर पर सर्वप्रथम बस स्टैंड स्थित भगवान बिरसा मुंडा के मूर्ति पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात नीलाम्बर पीताम्बर चौक में स्थित नीलाम्बर पीताम्बर जी की मूर्ति पर भी माल्यार्पण किया गया। इसके बाद कॉलेज परिसर में स्थित महात्मा गांधी जी की मूर्ति पर भी माल्यार्पण किया गया और इन सभी महापुरुषों को याद किया गया कि कैसे उन्होंने अपने देश और राज्य को इतने कठिन संघर्ष के बाद हम सबको आजादी दिलाई और हमें आज एक आजाद झारखंड और भारत दिया है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संत कोलंबा महाविद्यालय के स्वयंसेवक अभिषेक रंजन, जितेंद्र कुमार , आदर्श सिंह , सुमन कुमार आदि उपस्थित थे।