सांस्कृतिक विरासतों का अध्ययन है मानव विज्ञान

हजारीबाग : मानव विज्ञान विषय सांस्कृतिक विरासत व धरोहरों का गाथात्मक अध्ययन प्रस्तुत करता है। यदि बु

By Edited By: Publish:Wed, 07 Dec 2016 07:20 PM (IST) Updated:Wed, 07 Dec 2016 07:20 PM (IST)
सांस्कृतिक विरासतों का अध्ययन है मानव विज्ञान

हजारीबाग : मानव विज्ञान विषय सांस्कृतिक विरासत व धरोहरों का गाथात्मक अध्ययन प्रस्तुत करता है। यदि बुनियादी शिक्षा में इस विषय को समाहित किया जाय, तो एक ओर अपसंस्कृतीकरण की वजह से व्याप्त होती सांस्कृतिक शून्यता व दूसरी ओर रोजगार सृजन का व्यापक साधन बन सकता है। यह बातें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त मानव विज्ञानी प्राध्यापक डॉ. विजय शंकर सहाय ने विभावि स्नातकोत्तर मानव विज्ञान विभाग में बुधवार को आयोजित व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता संबोधन क्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि विदेशों में यह विषय रोजगार सृजन का बेहतरीन विषय है। कुलाधिपति व्याख्यान माला के तहत यह व्याख्यान आयोजित किया गया था, जिसका विषय था - मानव विज्ञान - राष्ट्र निर्माण व रोजगार सृजन। व्याख्यान का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ. गंगानाथ झा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन उपकुलसचिव डॉ. विनोद रंजन ने किया। इस मौके पर सामाजिकी संकायाध्यक्ष डॉ. बालेश्वर प्रसाद ¨सह, एनएसएस समन्वयक डॉ. जॉनी रूफीना तिर्की, डॉ. प्रशांत कुमार मिश्र, डॉ. एस रज्जाक, डॉ. नकुल प्रसाद व डॉ. एसके गुप्ता सहित दर्जनों शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे।

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अभाविप शिष्ट मंडल ने दर्ज करवायी शिकायत

हजारीबाग : अभाविप शिष्ट मंडल ने संत कोलंबा महाविद्यालय प्रशासन के समक्ष शिकायत दर्ज करवायी कहा कि गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिस ध्वज स्थल पर झंडा फहराया जाता है, वहां एनएसयूआई छात्र संगठन का झंडा फहरा रहा है। ¨लगदोह समिति के सिफारिशों के आलोक में चुनाव आचार संहिता के प्रतिकूल था। बावजूद झंडा निरंतर खड़ा है। टूर्नामेंट के समय भी यही हाल था। खुलेआम आरोप लगाया कि यहां का प्रशासन एनएसयूआई की मदद करता है। यह भी चेतावनी दी कि यदि कॉलेज प्रशासन त्वरित कार्रवाई नहीं करेगा, तो मामला राज्यपाल के पटल पर रखा जायेगा, शिष्टमंडल को सुनील लाहिड़ी ने नेतृत्व प्रदान किया।

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