गुरुकुल ने किया अन्नदान के साथ वस्त्रदान

जागरण संवाददातागुमला जब गांवों में अन्नदान करने जाते हैं तो खाना खाने आने वाले बच्चों के तन जागरण संवाददातागुमला जब गांवों में अन्नदान करने जाते हैं तो खाना खाने आने वाले बचों के तन जागरण संवाददातागुमला जब गांवों में अन्नदान करने जाते हैं तो खाना खाने आने वाले बचों के तन जागरण संवाददातागुमला जब गांवों में अन्नदान करने जाते हैं तो खाना खाने आने वाले बचों के तन ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 May 2020 09:22 PM (IST) Updated:Mon, 18 May 2020 09:22 PM (IST)
गुरुकुल ने किया अन्नदान के साथ वस्त्रदान
गुरुकुल ने किया अन्नदान के साथ वस्त्रदान

जागरण संवाददाता,गुमला : जब गांवों में अन्नदान करने जाते हैं तो खाना खाने आने वाले बच्चों के तन पर या तो गंदा कपड़ा होता है या कुछ बच्चे खुले बदन भी पहुंच जाते हैं। उनका खुला बदन आना उनकी मजबूरी को बयां करती है। ऐसे बच्चे जो हमारे भविष्य हैं, को देखकर मन तड़प उठता है। यह कहना है पिछले 46 दिनों से गरीबों के बीच अन्नदान करने वाले गुरुकुल सेवा संस्थान के निदेशक रविन्द्र सिन्हा का। उनका कहना है कि संस्था ने यह निर्णय लिया कि वाíषकोत्सव के समय होने वाली पेंटिग प्रतियोगिता में बच्चे अपनी प्रतिभा को उकेरते हैं जिसे संस्थान अपने स्मृति चिह्न के रूप में संजो कर रखता है। उन्हीं स्मृति चिह्न के रूप में संजो कर रखे टी शर्ट को गरीब बच्चों के बीच बांटने का काम किया गया। पचास बच्चों को भोजन के साथ टी शर्ट भी दिए गए। उन्हें स्वच्छता का संदेश दिया गया। अभिभावकों को अपने बच्चों को पढ़ाने, लॉकडाउन का पालन करने, शारीरिक दूरी बनाए रखने, मास्क बनाए रखने और हमेशा साबुन से हाथ धोने की सलाह दी गई। संस्था द्वारा सोसो महलीटोली, घटगांव, बेहराटोली, नेवाटोली, पुटकल टोली, टंगराटोली, टुकूटोली, गणेशपुर, तर्री, डीपाटोली, घांसीटोली, डुमरडीह, झरियाटोली आदि गांवों में अन्न के साथ वस्त्र दान भी किया गया। इस कार्य में रोहित कुमार, आकाश कुमार, प्रशांत मिर्धा, सूरज सिंह, केशव सिंह, आकाश कुमार, मनोहर भगत, अनूपा कुमारी, आशीष कुमार,नवीन पंडा आदि ने योगदान दिया।

chat bot
आपका साथी