तालाबों से बेरुखी देख चापाकलों ने बनाई दूरी

संवाद सहयोगी गोड्डा मानसून में जल संरक्षण नहीं करने पर गर्मी के दिनों में कैसी परेशानी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:25 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 08:25 PM (IST)
तालाबों से बेरुखी देख चापाकलों ने बनाई दूरी
तालाबों से बेरुखी देख चापाकलों ने बनाई दूरी

संवाद सहयोगी, गोड्डा : मानसून में जल संरक्षण नहीं करने पर गर्मी के दिनों में कैसी परेशानी होती है, यह देखना हो तो पोड़ैयाहाट प्रखंड की चतरा पंचायत आइए। यहां के तालाबों में वर्षाजल संरक्षण की व्यवस्था नहीं हुई जिससे जलस्तर नीचे जा रहा है। अब स्थिति यह है कि गांव के चापाकलों से भी पानी नहीं मिल रहा है। पंचायत के गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है।

पंचायत क्षेत्र के चतरा, रोहिनिया डांड़, पोखरिया, सतपहाड़ी, कमराबांध, सीताजोर आदि गांवों में जलस्तर नीचे जाने से कुआं व ताल-तलैया पूरी तरह सूख चुके हैं। चापाकल ने भी पानी देना कम कर दिया है। कई चापाकल खराब है और इसकी मरम्मत का कोई प्रयास नहीं हो रहा है। कुल मिलाकर पंचायत में जल समस्या इन दिनों विकट रूप धारण कर चुका है।

इस क्षेत्र में जल संरक्षण को लेकर अधिक प्रयास नहीं हुए हैं। यहां नदियों की अधिकता नहीं रहने के कारण जल संरक्षण की पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं है। छोटे-छोटे तालाब तो बरसात के बाद से ही सूखने लगता है। इस कारण भूजल स्तर नीचे जाने के कारण चापाकल भी पानी देना बंद कर देता है। यही कारण है कि ग्रामीणों को अब चापाकल या कुंआ पर भी निर्भर रहना पड़ रहा है। पेयजल एवं सिचाई को लेकर इस क्षेत्र में सरकारी व्यवस्था नाकाफी है। इस पंचायत के बगल में पोड़ैयाहाट है जहां का जलमीनार खराब रहने प्रखंड मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीणों को भी परेशानी हो रही है।

क्या कहते हैं ग्रामीण : ग्रामीण रामदुलारी, मुन्नी बीबी,अजीत मियां, लतीफ मियां, दुखानी बीबिी् आदि का कहना है कि जनता की समस्या को काई सुनने वाला नहीं है। अगर कोई समस्या है। जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के समय वोट लेने को पहुंचते हैं। आजादी के वर्षों बाद भी इस क्षेत्र में सिचाई व पेयजल की सरकारी व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है। वहीं अनेक गांवों में चापाकल खराब पड़़े हैं जिसे मरम्मत की दिशा में त्वरित कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। वर्जन : क्षेत्र के सभी गांवों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की दिशा में प्रयासरत हूं। सरकार की योजना के तहत राशि मुहैया होने पर सभी गांवों में सोलर जलमीनार की स्थापना की जाएगी।

तेरेसा हेम्ब्रम, मुखिया, चतरा, पोड़ैयाहाट।

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