उदेश्वर मंदिर एवं तालाब को पर्यटन स्थल घोषित करे सरकार

पोड़ैयाहाट : स्थानीय विधायक सह झाविमो के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने पदमपुर स्थित उदेश्वर मं

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Oct 2018 05:19 PM (IST) Updated:Sun, 28 Oct 2018 05:19 PM (IST)
उदेश्वर मंदिर एवं तालाब को पर्यटन स्थल घोषित करे सरकार
उदेश्वर मंदिर एवं तालाब को पर्यटन स्थल घोषित करे सरकार

पोड़ैयाहाट : स्थानीय विधायक सह झाविमो के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने पदमपुर स्थित उदेश्वर मंदिर एवं तालाब को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने झारखंड सरकार के सचिव को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है कि पोड़ैयाहाट प्रखंड के पश्चिमी भाग में स्थित पदमपुर तालाब एवं उद्धेश्वर मंदिर को पर्यटन स्थल घोषित कर इस क्षेत्र के लोगों की चिर प्रतीक्षित मांग को सरकार पूरी करे। कहा कि पदमपुर तथा इसके आसपास का क्षेत्र धार्मिक, लोक आस्था एवं ऐतिहासिक महत्व का है। यहां इतिहास के अध्ययन करने वाले विद्वत जनों का दल अक्सर आता-जाता है। इस स्थल को पर्यटन स्थल घोषित करना निहायत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही पर्यटन मंत्री से मिलकर इस दिशा में पहल करने का अनुरोध करेंगे। ज्ञात हो कि पदमपुर और इसके आसपास का क्षेत्र राजा भीमसेन के राज्य के रूप में जाना जाता है। ग्रामीणों के बीच राजा भीम ¨सह की लोक कथाएं प्रचलित हैं। यहां एक बहुत बड़ा तालाब है। तालाब के पूर्वी छोर पर एक छोटा सा अर्धनिर्मित मंदिर है जिसमें दुर्गा मां की खंडित प्रतिमा है। वही पश्चिमी भाग में उदेश्वर मंदिर है। इस मंदिर का इतिहास तकरीबन 500 साल पुराना बताया जा रहा है। मंदिरों की दीवारों पर वह पत्थरों पर बांग्ला लिपि में कुछ अंकित है। पोखर के इर्द गिर्द पुरानी ईंट बिखरी है। लोगों का कहना है कि यहां पर राजा भीमसेन से जुड़ी हुई कई यादें हैं। अगर इस क्षेत्र की खुदाई की जाए तो रहस्य से पर्दा उठ सकता है।

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