दीपक की पिस्टल से ही चली थी गोली
गोड्डा : नगर थाना क्षेत्र के गोड्डा-दुमका रोड में मंगलवार की शाम कुमरडीह रिलायंस पेट्र
गोड्डा : नगर थाना क्षेत्र के गोड्डा-दुमका रोड में मंगलवार की शाम कुमरडीह रिलायंस पेट्रोल पंप के पास गोली चलने की घटना का पुलिस ने तीन घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया। पुलिस ने बताया कि मुरलीडीह का दीपक महतो अपने अवैध देसी पिस्टल लोगों को दिखा रहा था। इसी क्रम में मिस फायर हो गया और गोली उसके जांघ में लगी। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त देसी पिस्टल व तीन गोली भी दीपक के घर से बरामद कर लिया है। दीपक को गिरफ्तार कर बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया है। दीपक के विरुद्ध नगर थाना में अवैध हथियार रखने व गोली चलने का मामला थाना प्रभारी के बयान पर दर्ज कर लिया गया है। एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि मंगलवार कि देर शाम नगर थाना के कुमरडीह पेट्रोल पंप के पास गोली लगने से एक युवक घायल हुआ है। इसकी सूचना पर वे स्वयं एसडीपीओ के साथ घटनास्थल पर गए। बताया कि घायल दीपक साह वह दो अन्य युवकों से पूछताछ की गई। बयानों में विरोधाभास पुलिस को नजर आया। शंका होने पर दोनों युवक को थाना लाया गया और गहराई से पूछताछ की गई। इस क्रम में मामले का खुलासा हो गया। यह बात सामने आयी कि दीपक को गोली किसी ने नहीं मारी बल्कि दीपक अपने कमर में रखे देशी पिस्टल को लहरा रहा था और लोगों को अहसास करा रहा था कि उसके पास पिस्टल है। इसी दौरान पिस्टल का ट्रिगर दब गया जिससे गोली चल गयी जो दीपक के जांघ में लग गयी। कहा कि पुलिस ने दीपक के घर से पिस्टल व गोली बरामद कर लिया जिसे फॉरे¨सक जांच के लिए बाहर भेजा जाएगा। एसपी ने यह भी कहा कि दीपक महतो जमीन का भी कारोबार करता था। उसके चरित्र की भी जानकारी ली जा रही है। पुलिस ने गोली चलने की घटना को गंभीरता से लिया और योजना के तहत काम किया जिसके कारण जल्द ही कांड खुलासा हो गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार दीपक महतो नशे की हालात में था व हमेशा पिस्टल रखता था। कुछ प्रभावशाली लोगों से भी संपर्क था। छापेमारी दल में एसपी के अलावा एसडीपीओ रविकांत भूषण, थाना प्रभारी रेणु गुप्ता, सीएस ¨सह, नवल किशोर ¨सह, अशोक कुमार, ईश्वर दयाल मिश्र, यदुनंद ¨सह, आरक्षी सुधीर सोरेन आदि शामिल थे। पहली बार स्वयं छापेमारी में निकले एसपी
गोड्डा : पहली बार कोई एसपी स्वयं अपराधियों की धरपकड़ के लिए निकला और उसमें सफलता भी मिली। तीन घंटे के अंदर मामले का खुलासा भी हो गया। हाल के दिनों में ऐसा जिले में देखने को नहीं मिला था। दरअसल, एक सप्ताह पूर्व ही शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने यहां का पदभार संभाला है। पदभार संभालने के दौरान ही उन्होंने कहा था कि कानून का राज स्थापित करना उनकी प्राथमिकता होगी। मंगलवार की शाम गोली चलने की सूचना मिलने के बाद उन्होंने स्वयं कमान संभाल ली। हाल की कई घटनाओं का खुलासा करने में विफल रही नगर पुलिस की कार्यपद्धति को देखते हुए उन्हें इस मामले की कमान संभालनी पड़ी और परिणाम भी बेहतर रहा। शहरवासी एसपी के इस कदम की सराहना कर रहे हैं।