केंद्रीय विद्यालय को करनी होगी मशक्कत

सौटी पर खरा नहीं उतर पाया है। लिहाजा विद्यालय को अपने बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी। जिला मुख्यालय के इस शिक्षण संस्थान की निगरानी सीधे उपायुक्त के हाथ में है। यहां उपायुक्त के प्रतिनिधि के तौर पर सदर एसडीओ को विद्यालय प्रबंधन समिति का अध्यक्ष हैं। गत रिजल्ट का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो जिले के निजी स्कूलों में जहां प्रत्येक 15 बच्चे में एक बच्चा 90 फीसद से अधिक अंक लाया है वहीं डीएवी उर्जानगर में प्रत्येक 12 बच्चे में एक बच्चा 90 फीसद से अधिक अंक लाया है जबकि केंद्रीय सहायता से ही संचा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Jul 2020 07:29 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jul 2020 07:29 PM (IST)
केंद्रीय विद्यालय को करनी होगी मशक्कत
केंद्रीय विद्यालय को करनी होगी मशक्कत

गोड्डा : भारी भरकम केंद्रीय बजट से संचालित होनेवाला गोड्डा का केंद्रीय विद्यालय सीबीएसई 12 वीं और दसवीं के परीक्षा परिणाम में कसौटी पर खरा नहीं उतर पाया है। लिहाजा विद्यालय को अपने बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी। जिला मुख्यालय के इस शिक्षण संस्थान की निगरानी सीधे उपायुक्त के हाथ में है। यहां उपायुक्त के प्रतिनिधि के तौर पर सदर एसडीओ को विद्यालय प्रबंधन समिति का अध्यक्ष हैं। गत रिजल्ट का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो जिले के निजी स्कूलों में जहां प्रत्येक 15 बच्चे में एक बच्चा 90 फीसद से अधिक अंक लाया है वहीं डीएवी ऊर्जानगर में प्रत्येक 12 बच्चे में एक बच्चा 90 फीसद से अधिक अंक लाया है जबकि केंद्रीय सहायता से ही संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय ललमटिया में यह आंकड़ा प्रत्येक 15 बच्चे में एक है। केंद्रीय विद्यालय की ओर से जारी पहली टॉप टेन लिस्ट में एक विद्यार्थी को 90 फीसद से अधिक अंक दिखाया गया था वहीं विद्यालय प्रबंधन की ओर से जारी दूसरी सूची में किसी भी बच्चे को 90 फीसद अंक दर्ज नहीं किया गया। विद्यालय प्रबंधन का तर्क था कि अतिरिक्त विषय के उच्चतम अंक को मैरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया जाता है। इस लिहाज से विद्यालय में अधिकतम अंक लाने वाले विद्यार्थी का अंक 90 फीसद से कम ही है। अर्थात यहां 23 बच्चे में 90 फीसद से अधिक अंक लानेवाले शून्य छात्र हैं।

गोड्डा में विभिन्न संगठनों की ओर से अब यह मांग भी उठ रही है कि विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त हो। अभी लॉकडाउन में कितने शिक्षक ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं, इस सभी मसले पर विद्यालय प्रबंधन को गंभीरता से पहल करना होगा। तभी प्रतिस्पर्धा के वर्तमान दौर में केंद्रीय विद्यालय अपनी उपयोगिता सिद्ध कर पाएगा।

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विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में इस मसले पर चर्चा कराई जाएगी। अभी कोरोना के कारण विद्यालय बंद है। विद्यालय में ऑनलाइन क्लास चल रही है। सभी शिक्षक इसमें लगे हुए हैं। अभिभावकों और छात्र-छात्राओं के साथ साथ पूरा विद्यालय प्रबंधन आने वाले दिनों में बेहतर रिजल्ट की दिशा में प्रयास करेगा।

- संजय पीएम कुजूर, एसडीओ, अध्यक्ष प्रतिनिधि, विद्यालय प्रबंधन समिति, केंद्रीय विद्यालय, गोड्डा।

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