ट्रक चालक अपहरण कांड का खुलासा, तीन गिरफ्तार
पथरगामा : पथरगामा पुलिस ट्रक के साथ अपहृत हुए दो लोगों को नाटकीय ढंग से बरामद करने में सफल हुई है। प
पथरगामा : पथरगामा पुलिस ट्रक के साथ अपहृत हुए दो लोगों को नाटकीय ढंग से बरामद करने में सफल हुई है। पुलिस ने मामले का उद्भेदन करने के साथ ही तीन अपहरणकत्र्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सोनू पोद्दार, रवि कुमार झा और विनय पोद्दार शामिल हैं।
थाना प्रभारी सुधीर प्रसाद ने बताया कि 19 नवंबर को ट्रक चालक सूर्यानंद एवं जियाउल का अपहरण सिद्धो-कान्हों होटल के पास से रात के वक्त किया गया था। गिरफ्तार हुआ सोनू अपने आपको एक पुलिस अधिकारी का आदमी बता कर रात में ट्रकों से अवैध वसूली का काम किया करता था। इसी कड़ी में घटना के दिन सोनू और रवि ने सूर्यानंद का ट्रक रुकवाया और पैसा नहीं देने पर उसे स्कार्पियों में बिठाकर अपने साथ ले गए।
ऐसे हुआ मामले का उद्भेदन : अपराधियों ने दोनों चालकों को छोड़ने के एवज में वाहन मालिकों से राशि की मांग की थी। सूर्यानंद को 13 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया गया था, लेकिन जियाउल के मामले में ट्रक मालिक ने पुलिस से शिकायत कर दी। शिकायत में अर्जुन मल्लिक ने बताया कि अपहरणकत्र्ताओं ने सुंदरनदी लाइन होटल के पास आकर पैसा देने की बात कही है। पुलिस ने यहीं से अपनी रणनीति तय कि और पैसा देने की तिथि का निर्धारण कर संदरनदी लाइन होटल के पास जाल बिछा दिया। इस बीच जियाउल के मालिक अर्जुन मल्लिक जब वहां पहुंचे तो अपराधियों ने उन्हें घेर लिया और पैसा देने का दबाव बनाने लगे। इस बीच पुलिस ने उन्हें मौके से गिरफ्तार कर लिया। जबकि विनय पोद्दार की गिरफ्तारी सोनू के ब्यान पर उसके घर से हुई।
अपहरण कर मोहनपुर में रखा गया : अपराधियों ने दोनों चालकों का अपहरण करने के बाद उन्हें मोहनपुर ले गए। यहां दोनों चालकों को जीवन ज्योति क्लीनिक के नीचे एक कमरे में रखा गया था। यही से अपराधियों ने ट्रक मालिकों को फोन कर राशि की मांग की थी।
बैंक खाते से ली फिरौती की राशि : अपराधियों ने सूर्यानंद के मालिक से फिरौती की राशि का भुगतान बैंक खाते के माध्यम से लिया था। अपराधियों ने ट्रक मालिक को महागामा स्थित भारतीय स्टेट बैंक के खाता संख्या 33112628491 में राशि जमा करने की बात कही थी। तेरह हजार रुपये इसी खाता में डाला गया था।
ऐसे हुआ था अपहरण : 19 नवंबर की रात अपराधियों ने सबसे पहले सूर्यानंद के ट्रक को रुकवाया था। सूर्यानंद को यह बताया गया कि सोनू एसडीपीओ का आदमी है। कागजातों की जांच करनी है। कागजात सही होने के बावजूद भी सोनू ने सूर्यानंद से पैसों की मांग की थी। पैसा नहीं देने पर उसे स्कार्पियो गाड़ी में बिठा दिया गया। इसके बाद जियाउल ट्रक लेकर पहुंचा उसके साथ भी यही किया गया। यहां से इन दोनों का महागामा लेकर आया गया था। दोनों के मालिकों से 50-50 हजार रुपये की मांग की गयी थी। ट्रक मालिक अर्जुन कुमार मल्लिक व लाल कुमार यादव ने बताया कि ऐसी घटना पहले भी उन लोगों के साथ घट चुकी है।
सोनू की निशानदेही पर विनय की गिरफ्तारी : पुलिस गिरफ्त में आने के बाद सोनू ने विनय पोद्दार के इस मामले में शामिल होने की जानकारी दी। जानकारी मिलते हुए पुलिस ने विनय को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर जाल बिछाया और अपनी गिरफ्त में लिया। विनय पथरगामा के प्रोफेसर कॉलोनी में रहता है।