ध्रुव की कथा सुन भाव विभोर हुए लोग

निमियाघाट : इसरी बाजार स्टेशन रोड स्थित राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ च

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Jan 2019 09:24 AM (IST) Updated:Fri, 04 Jan 2019 09:24 AM (IST)
ध्रुव की कथा सुन भाव विभोर हुए लोग
ध्रुव की कथा सुन भाव विभोर हुए लोग

निमियाघाट : इसरी बाजार स्टेशन रोड स्थित राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ चल रहा है। इसके तीसरे दिन वृंदावन से पधारी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बाल साध्वी मां ध्यानमूर्ति महाराज किशोरी ने बाराह अवतार, कपिल अवतार, दक्ष यज्ञ की कथा, बालक ध्रुव की कथा व जड़भरत की कथा प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। कहा कि प्रारंभ में सृष्टि में जल ही जल था। इससे सृष्टि का कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा था क्योंकि हिरण्याक्ष पृथ्वी व चारों वेद ब्रह्मा जी से चुराकर रसातल में ले गया था। भगवान ने बाराह अवतार धारण कर हिरण्याक्ष का वध किया और पृथ्वी व वेद को वहां से वापस लाया। कपिल अवतार एवं भक्त ध्रुव की कथा सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। कथा व्यास ने अपने मधुर कंठ से अनेकों भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को झूमने एवं नृत्य करने को विवश कर दिया। इस दौरान कई देवताओं की झांकी प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डूबोकर भाव विभोर कर दिया गया। इसमें मां दुर्गे का बाल रूप दिखाते हुए कन्या भ्रूण हत्या को समाज के लिए अभिशाप बताया गया। कहा कि धरती पर भ्रूण हत्या सबसे बड़ा पाप है। पुत्र की चाहत में पेट में ही कन्या की हत्या कर दी जाती है। ऐसा होता रहा तो धरती पर ऐसी भयावह स्थिति आ जाएगी कि वंश की बेल बढ़ाने के लिए लड़कियां ही नहीं बचेंगी। इसकी व्यवस्था में कैलाश पंडित, राजकिशोर प्रसाद पंडित, विजय पंडित, रामकिशोर शरण, कैलाश माथुर, पंडित ¨सह श्रीकांत शास्त्री, विजय कुमार पंडित सहित मंदिर कमेटी के लोग सक्रिय थे।

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