अपराध के दलदल से निकालने को किया नाटक का मंचन

संवाद सहयोगी, पीरटांड़ (गिरिडीह): थाना क्षेत्र के चिरकी स्थित डाकघर के समीप भटके राह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Jan 2019 05:22 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jan 2019 05:22 PM (IST)
अपराध के दलदल से निकालने को किया नाटक का मंचन
अपराध के दलदल से निकालने को किया नाटक का मंचन

संवाद सहयोगी, पीरटांड़ (गिरिडीह): थाना क्षेत्र के चिरकी स्थित डाकघर के समीप भटके राही नामक नाटक का मंचन बुधवार को किया गया। एसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर आयोजित इस नाटक में झारखंड के उन युवाओं की कहानी दिखाई गई, जो अपराध के दलदल में फंसकर बर्बाद हो रहे हैं तथा झारखंड को नुकसान पहुंचा रहे हैं। नाटक के अंतिम में जो युवा भटक गए थे वे पुन: नक्सलियों के दस्ते को छोड़ घर को लौट गए और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस से मिलनेवाली सुविधाओं को भी बताया गया। झारखंड के चाईबासा की संस्था इंद्रधनुष के अनुपम गोस्वामी, निदेशक गोस्वामी, संतोष पोद्दार, नेहा कुमारी, अमित कुमार, सिकंदर कुमार, कुंदन कुमार आदि के साथ यह नाटक आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में तो भीड़ नहीं थी, लेकिन नक्सलियों के वेश में जब कलाकार नक्सली गतिविधि का अभिनय करने लगे तो धीर-धीरे काफी लोग वहां जमा हो गए। साउंडबॉक्स के कारण आवाज दूर तक जा रही थी।

नाटक में एक बच्ची भाई के नक्सलवाद में चले जाने से समाज की प्रताड़ना व अपनी व्यथा बता रही थी। अंत में कलाकारों को लोगों ने शाबासी दी। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस टीम थी। मौके पर एएसआइ झरी उरांव, एसआई अनिल मुर्मू आदि थे।

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